अलीगढ़ मामले के एक आरोपी पर पांच साल पहले लगा था अपनी ही बेटी से बलात्कार का आरोप

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या के आरोपी में से एक पर साल 2014 में अपनी ही बेटी से बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था. यह शिकायत उसके ही एक रिश्तेदार ने दर्ज कराई थी. इलाके के दरोगा का कहना है कि उसे कुछ महीने बाद जमानत मिल गई थी.

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या के आरोपी में से एक पर साल 2014 में अपनी ही बेटी से बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था. यह शिकायत उसके ही एक रिश्तेदार ने दर्ज कराई थी. इलाके के दरोगा का कहना है कि उसे कुछ महीने बाद जमानत मिल गई थी.

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्या के आरोपी में से एक को इससे पहले अपनी ही सात साल की बेटी से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वह जमानत पर था.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस ने यह जानकारी दी है.

इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बच्ची की मां ने कहा था, ‘आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करना उन्हें और बढ़ावा देगा. एक आरोपी ने अपनी चार साल की बेटी के साथ बलात्कार किया था. उसके बाद उसकी पत्नी बच्ची को लेकर अपने मां-बाप के घर चली गई थी.’

पुलिस के अनुसार, आरोपी के खिलाफ इससे पहले के कुल चार मामले लंबित थे. ये मामले आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 354 (एक महिला की इज्जत को अपमानित करने के इरादे से हमला) और 363 (अपहरण) सहित आईपीसी की कई अन्य धाराओं की तहत दर्ज था.

उस पर साल 2014 में अपनी ही बेटी से बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था. यह शिकायत उसके ही एक रिश्तेदार ने दर्ज कराई थी. इलाके के दरोगा का कहना है कि उसे कुछ महीने बाद जमानत मिल गई थी.

पुलिस के अनुसार, आरोपी और उसके सहयोगी जाहिद ने 30 मई को ढाई साल की बच्ची का उसके घर के बाहर से अपहरण कर लिया था और हत्या के बाद उसके शव को कूड़ में फेंक दिया था. कथित तौर पर जाहिद का बच्ची के दादा के साथ पैसों को लेकर विवाद था. बच्ची का शव तीन दिन बाद मिला जो कि सड़ चुका था और जानवरों ने उसे क्षतिग्रस्त कर दिया था्.

बच्ची की मां ने बताया कि पुलिस ने समय से कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा, सुबह के 8.30 बज रहे थे और वह बाहर खेल रही थी. वह बहुत खुशमिजाज थी. वे लोग उसे हमारे घर के बाहर से उठा ले गए. हमने ध्यान नहीं दिया क्योंकि वह अक्सर पड़ोस में खेलने चली जाती थी. जब वह नहीं लौटी तब हम परेशान हुए और उसे ढूंढना शुरू किया. घटना की जानकारी मिलती ही पहले ही दिन जिस तरह से काम करना चाहिए था, पुलिस ने उस तरह से नहीं किया.

उन्होंने कहा, रविवार की सुबह एक सफाईकर्मी ने बच्ची के शव को जाहिद के घर के बाहर कूड़े के ढेर में पाया, जिसके चारों तरफ कुत्ते थे. बच्ची का शव एक चुनरी में लपेटा गया था.

बच्ची के पिता ने कहा, ‘मुझे न्याय चाहिए और कुछ नहीं. यह संभव हो सकता है कि उसका बलात्कार भी किया गया हो.’

इससे पहले अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया था कि पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा की गई जांच के आधार पर ढाई साल की मासूम बच्ची की नृशंस हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में टप्पल थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

उन्होंने बताया था कि मामले की आगे जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एक महिला इंस्पेक्टर सहित छह सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई गई है.

एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया था, ‘पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), फोरेंसिक साइंस टीम, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और विशेषज्ञों की एक टीम को भी एसआईटी में शामिल किया गया है ताकि मामले की जांच जल्द से जल्द की जा सके. मामले में पॉक्सो अधिनियम शामिल किया जाएगा.’

उन्होंने कहा था कि जल्द न्याय के लिए हम इस मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजेंगे. इस मामले में किसी अन्य के शामिल होने की संभावना को लेकर आगे की जांच जारी है.

एक ओर जहां परिवार बच्ची के साथ बलात्कार के आरोप लगा रहा है तो वहीं पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर इससे इनकार कर रही है. हालांकि, इस बीच पुलिस बलात्कार की पुष्टि के लिए एक अन्य जांच करा रही है.

वहीं, एसआईटी का नेतृत्व कर रहे अलीगढ़ के एसपी (ग्रामीण) मुनी लाल पाटीदार ने कहा कि अभी तक बलात्कार की पुष्टि नहीं हो सकी है.

पुलिस के अनुसार, जाहिद ने बच्ची के दादा से 50 हजार रुपये उधार लिए थे. घटना से तीन दिन पहले दोनों में कहासुनी हो गई थी और बच्ची के दादा ने जाहिद से बाकी बचे लगभग 10 हजार रुपये वापस मांगे थे.

बच्ची के दादा ने बताया, ‘ये कुछ हजार रुपये ही थे और मैंने सोचा था कि इस जाने देंगे. लेकिन उसने मुझसे कहा था, ‘देख लूंगा तुझे.’ मेरे मन में कोई दुश्मनी नहीं था और मैंने उसे गंभीरता से नहीं लिया. मैं कभी सोच भी नहीं सकता कि वह इतना घिनौना काम कर सकता है.’

पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी दिहाड़ी मजदूर हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि वे दोनों ताश खेलने की आदत के कारण एक दूसरे के संपर्क में आए. जाहिद को इलाके में सत्ता किंग के नाम से जाना जाता है.

शुक्रवार को दोनों के घर खाली पड़े थे क्योंकि डर के कारण उनका परिवार भाग गया था. एसएचओ ने कहा कि उनके परिवारवाले मिलेंगे तो हम उनसे भी पूछताछ करेंगे.