उप-सचिव, निदेशक स्तर के 400 पदों पर निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की भर्ती करेगी मोदी सरकार

मोदी सरकार ने यह फैसला इस साल अप्रैल में निजी क्षेत्रों के नौ विशेषज्ञों को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में संयुक्त सचिव के पदों पर तैनाती के लिए चुनने के बाद किया है.

The Prime Minister, Shri Narendra Modi in an informal interaction with IAS officers participating in mid-career training programme, in New Delhi on October 12, 2015.

मोदी सरकार ने यह फैसला इस साल अप्रैल में निजी क्षेत्रों के नौ विशेषज्ञों को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में संयुक्त सचिव के पदों पर तैनाती के लिए चुनने के बाद किया है.

The Prime Minister, Shri Narendra Modi in an informal interaction with IAS officers participating in mid-career training programme, in New Delhi on October 12, 2015.
एक कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो: पीआईबी)

नई दिल्ली: संयुक्त सचिव के साथ केंद्र सरकार उप-सचिव और निदेशक स्तर के कुछ पदों पर भी निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों को नियुक्त करने की योजना बना रही है. सरकारी निर्णय प्रक्रिया में ये पद काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.

आम तौर पर इन पदों को आईएएस जैसी वर्ग-ए की सेवाओं और केंद्रीय सचिवालय सेवा के अधिकारियों की प्रोन्नति से भरा जाता है.

अधिकारियों ने कहा कि कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव सी चंद्रमौली ने विभाग के अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले निजी क्षेत्र के अधिकारियों को उप-सचिव और निदेशक स्तर के पदों पर भर्ती करने के औपचारिक प्रस्ताव तैयार करने को कहा है.

अधिकारियों ने कहा कि शुरू में ऐसे कुल 40 अधिकारियों को नियुक्त किया जा सकता है.

नीति आयोग ने एक रिपोर्ट में यह रेखांकित किया है कि यह जरूरी है कि विशेषज्ञों को सीधे उच्च पदों पर निश्चित अवधि के अनुबंध पर व्यवस्था में शामिल किया जाए.

अधिकारियों ने कहा कि आयोग भी उप-सचिव से लेकर संयुक्त सचिव तक के विभिन्न पदों पर विशेषज्ञों के नियुक्त करने पर विचार कर रहा है.

उसने कहा कि सलाहकारों की नियुक्ति पहले भी होती रही है लेकिन इन विशेषज्ञों को अगर शामिल किया जाता है, उनका स्तर सरकारी सेवाओं के जरिए आने वाले अधिकारियों के समरूप होगा. निजी क्षेत्र से विशेषज्ञों की नियुक्ति को लेकर जल्दी ही विज्ञापन जारी किया जा सकता है.

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने इस साल अप्रैल में संयुक्त सचिव पद पर निजी क्षेत्र के नौ विशेषज्ञों का चयन किया था. आयोग भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत अन्य सेवाओं के लिये सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है.

आमतौर पर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा, वन सेवा परीक्षा या अन्य केंद्रीय सेवाओं की परीक्षा में चयनित अधिकारियों को करियर में लंबा अनुभव हासिल करने के बाद संयुक्त सचिवों के पद पर तैनात किया जाता है.

कार्मिक मंत्रालय ने पिछले साल जून में संयुक्त सचिव स्तर के पदों पर सीधी नियुक्ति को लेकर आवेदन मंगाए थे. सरकारी विज्ञापन के जवाब में कुल 6,077 आवेदन मिले थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)