हम पिछले पांच महीनों से बंजर भूमि पर अभ्यास करने को मजबूर हैं: रजत पदक विजेता गोल्फर

दिल्ली गोल्फ क्लब ने दो बार के एशियाई टूर विजेता राशिद ख़ान को कुछ अन्य गोल्फरों के साथ अनुशासनात्मक मुद्दों को लेकर इस साल जनवरी में प्रतिबंधित कर दिया था.

गोल्फर राशिद खान. (फोटो साभार: फेसबुक)

दिल्ली गोल्फ क्लब ने दो बार के एशियाई टूर विजेता राशिद ख़ान को कुछ अन्य गोल्फरों के साथ अनुशासनात्मक मुद्दों को लेकर इस साल जनवरी में प्रतिबंधित कर दिया था.

गोल्फर राशिद खान. (फोटो साभार: फेसबुक)
गोल्फर राशिद खान. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: दिल्ली गोल्फ क्लब (डीजीसी) से प्रतिबंधित एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता राशिद खान और उनके साथियों को राजधानी के बाहरी क्षेत्र में बंजर भूमि पर अभ्यास करने के लिये बाध्य होना पड़ रहा है.

डीजीसी ने दो बार के एशियाई टूर विजेता राशिद को अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण कुछ गोल्फरों के समूह के साथ इस साल जनवरी से गोल्फ कोर्स पर अभ्यास करने से प्रतिबंधित कर दिया था.

राशिद ने अपने खेलने का अधिकार हासिल करने के लिए हाल में डीजीसी समिति के सदस्य अमित लूथरा को एक पत्र सौंपा था लेकिन वह अब भी क्लब से जवाब का इंतजार कर रहे हैं.

राशिद ने कहा, ‘हम पिछले पांच महीनों से नोएडा टोल ब्रिज के करीब इस बंजर भूमि पर अभ्यास कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘इस गर्मी में अभ्यास करना काफी मुश्किल हो जाता है, दोपहर में ट्रेनिंग करना असंभव हो जाता है इसलिए हम तड़के और शाम में कुछ घंटों के लिए अभ्यास करते हैं.’

टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में राशिद ने कहा, ‘यह बंजर भूमि नोएडा टोल ब्रिज के आश्रम साइड में स्थित है. बहुत सारे गोल्फ पेशेवरों के पास नोएडा और कुतुब गोल्फ कोर्स का ग्रीन फीस भरने के लिए पैसे ही नहीं होते. नोएडा गोल्फ कोर्स में मेरी एंट्री फ्री है और किसी दूसरे गोल्फ कोर्स का पैसा भी मैं दे सकता हूं, लेकिन दूसरे गोल्फरों का क्या होगा?’

उन्होंने कहा, ‘दूसरे गोल्फरों के पास ग्रीन फीस भरने के लिए हर दिन के 1500 से दो हजार रुपये नहीं हैं. इसलिए वे ऐसी जगह अभ्यास करने को मजबूर हैं, जहां पैसे खर्च न हों और उनके लिए फिर ये बंजर जमीन ही अभ्यास के लिए बचती है.’

राशिद खान ने कहा, ‘खिलाड़ियों खासकर पेशेवर खिलाड़ियों तक सुविधाओं की पहुंच आसानी से होनी चाहिए. खिलाड़ियों को संघर्ष न करना पड़े. खेल एक ऐसा विषय है जहां विवादों से बचना चाहिए.’

खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने कहा, ‘एनुअल कैलेंडर फॉर ट्रेनिंग एंड कॉम्पीटिशन (एसीटीसी) की बैठक में इस बात पर फेडरेशन ने सहमति जताई थी कि वे खिलाड़ियों और नागरिकों को एंट्री से नहीं रोकेंगे.’

राशिद ने साल 2010 में हुए गुआंगझू एशियन गेम्स में रजत पदक जीता था.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, खेल मंत्री किरण रिजीजू से दिल्ली गोल्फ क्लब और खिलाड़ियों के बीच चल रहे विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मुझे देखना होगा कि क्लब के क्या नियम हैं. मंत्रालय क्लब को यह नहीं कह सकता कि वह क्या करे और क्या न करे.’

https://twitter.com/baisoyahoney/status/1143911284091392000

बीते 26 जून को गोल्फ खिलाड़ी हनी बैसोया ने ट्वीट किया, ‘हमें दिल्ली गोल्फ क्लब के बाहर इंतजार करते हुए छह महीने से ज्यादा हो गए हैं. मैं मीडिया और सरकार से अनुरोध करता हूं कि हमारी मदद करें. हमारा करिअर दांव पर लगा है.’

हनी बैसोया 2016 के इंडियन ऑयल सर्वो मास्टर्स प्रतियोगिता और 2017 के पीजीटीआई प्लेयर्स चैंपियनशिप के विजेता रह चुके हैं.

उन्होंने कहा, ‘गर्मी के दिनों में टोल ब्रिज के पास अभ्यास करना हमारे लिए मुश्किल है. वहां काफी धूल भी उड़ती है. मुझे लगता है कि एक बार मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा तो ये बंजर जमीन भी हमसे छूट जाएगी.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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