पद छोड़ने से पहले राहुल गांधी को नए अध्यक्ष के लिए व्यवस्था बनानी चाहिए थी: जनार्दन द्विवेदी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश करने के बाद पार्टी में असमंजस की जो स्थिति पैदा हुई उससे वह परेशान हैं.

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राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश करने के बाद पार्टी में असमंजस की जो स्थिति पैदा हुई उससे वह परेशान हैं.

राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)
राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नए कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चल रही कवायदों और अटकलों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को कहा कि गांधी को पद छोड़ने से पहले नए अध्यक्ष को लेकर कोई व्यवस्था बनानी चाहिए थी.

द्विवेदी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह सवाल भी किया कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर पार्टी के भीतर जो ‘बैठकें’ चल रही हैं, उनके लिए किसने अधिकृत किया है?

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इस्तीफा देने से पहले अगले अध्यक्ष के चयन को लेकर कोई व्यवस्था बनानी चाहिए थी.

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह ने सोमवार को कहा था कि जल्द से जल्द कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर निर्णय किए जाएं तथा हो सके तो यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई में बुलाई जाए.

कर्ण सिंह ने एक बयान में यह भी कहा कि 25 मई को गांधी के इस्तीफे की पेशकश करने के बाद पार्टी में जो असमंजस की स्थिति पैदा हुई उससे वह परेशान हैं.

उन्होंने कहा, ‘मेरा आग्रह है कि बिना देर किए कार्य समिति की बैठक बुलाई जाए और आवश्यक निर्णय किए जाएं. हो सके तो यह बैठक मनमोहन सिंह की अगुवाई में हो. इन निर्णयों में नए अध्यक्ष के चुने जाने तक अस्थायी अध्यक्ष के चयन का निर्णय भी शामिल होगा.’

सिंह ने कहा, ‘मेरी राय में अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष/उपाध्यक्ष बनाए जाएं जिन्हें उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम का उत्तरदायित्व दिया जाए.’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फैसले में जितनी देरी होगी उतना ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं के हौसले पस्त होंगे. बहुत देर होने से पहले जरूरी फैसले कर लिए जाएं.

गौरतलब है कि गांधी ने पिछले दिनों अपने इस्तीफे की औपचारिक घोषणा की और नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया. इसके बाद से अब तक सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है.

इसके बाद बीते सात जुलाई को मुंबई कांग्रेस के प्रमुख मिलिंद देवड़ा और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

मंगलवार को कांग्रेस की पश्चिम बंगाल की इकाई के अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा सौंपा है. मंगलवार को जारी एक प्रेस बयान में यह जानकारी दी गई.

हालांकि पार्टी सूत्रों ने बताया कि राज्य में पार्टी के प्रभारी गौरव गोगोई ने मित्रा का इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)