महाराष्ट्र: औरंगाबाद में कथित तौर पर ‘जय श्री राम’ न बोलने पर एक व्यक्ति की पिटाई

पुलिस ने बताया कि होटल में काम करने वाला इमरान इस्माइल पटेल शुक्रवार तड़के अपने घर लौट रहा था, जब करीब 10 बदमाशों ने उसकी बाइक रोक चाबी छीन ली और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए दबाव डाला. 10 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है.

पुलिस ने बताया कि होटल में काम करने वाला इमरान इस्माइल पटेल शुक्रवार तड़के अपने घर लौट रहा था, जब करीब 10 बदमाशों ने उसकी बाइक रोक चाबी छीन ली और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए दबाव डाला. 10 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है.

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पुणे: महाराष्ट्र के औरंगाबाद इलाके के एक होटल में काम करने वाला इमरान इस्माइल पटेल शुक्रवार तड़के अपने घर लौट रहा था, जब करीब 10 बदमाशों ने हुडको कॉर्नर के पास उसकी बाइक रोक वाहन की चाबी छीन ली और उससे ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा.

पटेल ने दावा किया कि उन्होंने उसकी पिटाई की और उसे ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा. उसने पुलिस को बताया कि गणेश नाम के एक व्यक्ति और उसके परिवार ने हंगामे की आवाज सुन उसको बचाया.

पुलिस निरीक्षक मधुकर सावंत ने बताया कि मामले की जांच जारी है और शिकायत की पुष्टि की जा रही है. आईपीसी की धारा 153-ए और 144 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पटेल ने दावा किया है कि जब उसने जय श्रीराम बोलने से इनकार दिया तो उन्होंने उसकी पिटाई की. पटेल ने पुलिस को बताया कि गणेश मंडपवाले नामक व्यक्ति और उसके परिवार ने हंगामे की आवाज सुनकर उसको बचाया.

पीड़ित द्वारा दायर शिकायत में कहा गया है कि औरंगाबाद के मुज़फ़्फ़रनगर क्षेत्र के निवासी इमरान इस्माइल पटेल अपने घर जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने उसे रोका और पूछा इतनी रात को कहां गया था. एक व्यक्ति ने वाहन की चाबी छीन ली, दूसरे ने पत्थर से मारने की कोशिश की.

बेगमपुरा पुलिस इंस्पेक्टर सचिन सानप ने कहा, ‘हमने शिकायत की जांच शुरू की है. अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इमरान ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया. घटना जहां हुई थी, उसके आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था.’

उन्होंने ये भी बताया कि ‘गणेश और उसकी पत्नी इमरान को नहीं जानते थे, लेकिन जब उनके घर के पास यह घटना घटी, तो वे शोर सुनकर बाहर आए और इमरान की मदद की.’

औरंगाबाद पुलिस की अपराध शाखा के निरीक्षक मधुकर सावंत ने संवाददाताओं से कहा, ‘निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.’

दैनिक भास्कर के मुताबिक घटना की जानकारी मिलते ही एक समुदाय के लोग बेगमपुरा पुलिस थाने में जमा होने लगे और जमकर हंगामा किया. एआईएमआईएम के कानूनी सलाहकार ने बताया कि फिलहाल बेगमपुरा पुलिस थाने में 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. शहर के लोगों से अपील है कि वह शांति बरकरार रखें.

बता दें कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को जबरन ‘जय श्रीराम’ कहने के लिए मजबूर करने की घटनाएं हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे सहित देश के विभिन्न हिस्सों से सामने आई हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)