कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन

शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी थीं. शनिवार सुबह तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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New Delhi: DPCC President Sheila Dikshit glashes the victory sign as she leaves after filing her nomination papers from North East Delhi parliamentary seat in New Delhi, Tuesday, April 23, 2019. (Photo: PTI/ Manvender Vashist)
New Delhi: DPCC President Sheila Dikshit glashes the victory sign as she leaves after filing her nomination papers from North East Delhi parliamentary seat in New Delhi, Tuesday, April 23, 2019. (Photo: PTI/ Manvender Vashist)

शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी थीं. शनिवार सुबह तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

New Delhi: DPCC President Sheila Dikshit glashes the victory sign as she leaves after filing her nomination papers from North East Delhi parliamentary seat in New Delhi, Tuesday, April 23, 2019. (Photo: PTI/ Manvender Vashist)
शीला दीक्षित. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्लीः कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का दिल का दौरा पड़ने से शनिवार को निधन हो गया. वह 81 वर्ष की थीं.

तबीयत खराब होने की वजह से शनिवार सुबह उन्हें दिल्ली के एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान वह कोमा में चली गई थीं और दोपहर 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, पेसमेकर के ठीक से काम न की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें आईसीयू में रखा गया था. करीब दस दिन के इलाज के बाद सोमवार को ही वह अस्पताल से वापस घर लौटी थीं.

कांग्रेस की दिल्ली इकाई की वह सबसे वरिष्ठ नेता थीं. वह संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की करीबी थीं.

शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. दिल्ली के इतिहास में वह सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहीं. साल 1998 से 2013 के बीच उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार तीन बार दिल्ली में सरकार बनाने में सफल रही थी.

साल 2013 में 15 साल के कार्यकाल के बाद वह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से चुनाव हार गई थीं.

शीला का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था. दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था, लेकिन उसी साल अगस्त में ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था.

वर्तमान में वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थीं. लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही उन्हें दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था.

उनके निधन पर कांग्रेस की ओर से बयान जारी कर कहा गया, ‘श्रीमती शीला दीक्षित के निधन के समाचार से हम दुखी हैं. तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने दिल्ली की तस्वीर बदल दी. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं. उन्हें यह दुख सहन करने की शक्ति मिले.’

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘श्रीमती शीला दीक्षित के निधन की जानकारी से दुखी हूं. उनके निधन से देश ने कांग्रेस के एक समर्पित नेता को खो दिया. मुख्यमंत्री के तौर पर उनके तीन कार्यकालों के दौरान विकास में उनके योगदान को दिल्ली की जनता हमेशा याद रखेगी.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘शीला दीक्षित के निधन से दुखी हूं. दिल्ली के विकास के लिए उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘शीला दीक्षित जी के निधन की खबर से मैं निराश हूं. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दिल्ली के लोगों के प्रति हैं, जिनकी बतौर मुख्यमंत्री अपने तीन कार्यकाल के दौरान उन्होंने सेवा की.’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘शीला दीक्षित जी के निधन की दुखद खबर की जानकारी मिली. यह दिल्ली के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं.