बिहार-झारखंड में आकाशीय बिजली गिरने से 51 और असम में बाढ़ से अब तक 74 लोगों की मौत

बिहार में बाढ़ से अब तक मरने वालों की संख्या 123 पहुंची. बिहार में तकरीबन 82 लाख की आबादी और असम में करीब 39 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित. उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 14 लोगों की मौत.

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Muzaffarpur: A flooded village following incessant monsoon rains, at Mushari in Muzaffarpur district, Monday, July 15, 2019. (PTI Photo) (PTI7_15_2019_000166B)
बिहार के मुजफ़्फ़रपुर में बाढ़ (फोटो: पीटीआई)

बिहार में बाढ़ से अब तक मरने वालों की संख्या 123 पहुंची. बिहार में तकरीबन 82 लाख की आबादी और असम में करीब 39 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित. उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 14 लोगों की मौत.

Muzaffarpur: A flooded village following incessant monsoon rains, at Mushari in Muzaffarpur district, Monday, July 15, 2019. (PTI Photo) (PTI7_15_2019_000166B)
बिहार में मुजफ्फरपुर जिले का एक बाढ़ प्रभावित गांव. (फोटो: पीटीआई)

पटना/रांची/गुवाहाटी/लखनऊ/नई दिल्ली: बारिश संबंधी घटनाओं के चलते उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में लोगों की मौत होने का सिलसिला जारी है.

मौसम विभाग ने दिल्ली सहित पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है. मानसून की बारिश कई इलाकों में देखी जा रही है और मुंबई एवं उसके आसपास के जिलों में जलप्रलय जैसे हालात बन गए हैं.

बुधवार को जारी सूचना के अनुसार, आकाशीय बिजली गिरने से बिहार के अलग अलग जिलों में 39 और झारखंड में 12 लोगों की मौत हो गई.

वहीं बिहार के 12 जिलों में आयी बाढ़ से अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 81 लाख 57 हजार 700 आबादी प्रभावित हुई है.

एनडीटीवी ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बताया है कि आकाशीय बिजली गिरने से 39 लोगों की मौत हो गई. सबसे ज़्यादा आठ लोगों की मौत जमुई में हुई. औरंगाबाद में सात, भागलपुर, बांका और पूर्वी चंपारण में चार-चार (कुल 12), रोहतास में तीन, नवादा, नालंदा और कटिहार में दो-दो (कुल 6), मुंगेर अरवल और गया में एक एक (कुल 3) व्यक्ति की मौत होने की सूचना है.

पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि इन लोगों की मौत मंगलवार की रात से लेकर अब तक बिजली गिरने की घटनाओं में हुई है.

झारखंड में आकाशीय बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत

झारखंड के जामताड़ा, पाकुड़, रामगढ़ समेत विभिन्न इलाकों में बुधवार को तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जामताड़ा सदर प्रखंड के कुसमाहापहाड़ी गांव में बारिश के साथ बुधवार को आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया.

क्षेत्राधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि ये सभी लोग पास के एक तालाब में नहाकर गांव वापस जा रहे थे कि तेज बारिश होने लगी और सड़क पर बने एक पुल के नीचे खड़े होकर सभी बारिश रुकने का इंतजार करने लगे. इसी दौरान उनके ऊपर आकाशीय बिजली गिर गई.

दूसरी घटना में राज्य के जामताड़ा के ही बिंदापाथर थाना क्षेत्र के बिंदापाथर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई. पाकुड़ में लिट्टीपाड़ा अंतर्गत तालपहाड़ी गांव के निकट खेत में धान रोपनी करने जा रही एक महिला की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई.

Kamrup: A family marooned on the top of a hut in the flood-hit locality of Panikhaiti in Kamrup district of Assam, Monday, July 15, 2019. (PTI Photo) (PTI7_15_2019_000212B)
असम के कामरूप जिले का एक बाढ़ प्रभावित गांव. (फोटो: पीटीआई)

एक अन्य घटना में रामगढ़ के चिकोर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई. रामगढ़ के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी प्रकाश चंद्र महतो ने बताया कि ये सभी एक पेड़ के नीचे खड़े होकर क्रिकेट मैच देख रहे थे जिस दौरान उन पर आकाशीय बिजली गिरी.

पाकुड़ के छोटा केंदुआ गांव में एक अन्य घटना में अपने खेत में काम कर रही एक अन्य महिला की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई.

वहीं दुमका से मिली रिपोर्ट के अनुसार सरायहाट पुलिस थाना क्षेत्र के मरनापुर गांव में अपने खेत में काम कर रहे एक व्यक्ति और उनकी 11 साल की बेटी की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हो गई.

बिहार में बाढ़ से 81 लाख 57 हजार 700 की आबादी प्रभावित

बिहार के 12 जिलों में आयी बाढ़ से अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 81 लाख 57 हजार 700 आबादी प्रभावित हुई है.

आपदा प्रबंधन विभाग ने बुधवार को बताया कि बिहार के 12 जिलों शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में बाढ़ से अब तक 123 लोगों की मौत हुई है जबकि 81 लाख 57 हजार 700 लोग प्रभावित हुए हैं.

बिहार में बाढ से मरने वाले 123 लोगों में सीतामढ़ी के 37, मधुबनी के 30, अररिया के 12, शिवहर एवं दरभंगा के 10—10, पूर्णिया के 9, किशनगंज के 5, मुजफ्फरपुर के 4, सुपौल के 3, पूर्वी चंपारण के 2 और सहरसा का एक व्यक्ति शामिल है.

बिहार के बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 42 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 22400 लोग शरण लिए हुए हैं जिनके भोजन की व्यवस्था के लिए 835 सामुदायिक रसोई चलाए जा रहे हैं.

बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीम और 796 मानव बल को लगाया गया है तथा 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है.

केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार की कई नदियां बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर बुधवार सुबह तक खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी.

उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 14 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री ने संबंधित जिलाधिकारियों को इन घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं.

राज्य सरकार द्वारा बुधवार को यहां जारी एक बयान में बताया गया, ‘बुधवार को सात मौतों की सूचना मिली है. बुधवार को तीन लोगों की अलीगढ़, दो की रायबरेली तथा बांदा और मिर्जापुर में एक-एक व्यक्ति की प्राकृतिक आपदा में मौत हुई है.’

बयान में कहा गया, ‘बीते मंगलवार को बलिया में दो, मिर्जापुर, अंबेडकरनगर और कानपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत सांप कांटने से हुई थी, जबकि सोनभद्र और जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत बिजली गिरने से हुई है.’

Barpeta: State Disaster Response Force (SDRF) personnel rescue villagers affected by flood at Sarukhetri village in Barpeta, Thursday, July 25, 2019. (PTI Photo) (PTI7_25_2019_000117B) *** Local Caption ***
असम के बरपेटा जिले के सरुखेत्री गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाते राज्य आपदा प्रबंधन के लोग. (फोटो: पीटीआई)

असम में बाढ़ से अब भी भयावह स्थिति, 38.82 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ से अब भी विकट स्थिति बनी हुई है. छह और लोगों की मौत के बाद अब मृतकों की संख्या 74 तक पहुंच गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक 33 जिलों में से 20 जिलों में बाढ़ से 38.82 लाख लोग प्रभावित हैं.

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 20 जिलों के 2,993 गांव अब भी बाढ़ में डूबे हुए हैं और इससे 34,82,170 लोग प्रभावित हैं.

प्राधिकरण ने बताया कि बुधवार को मौत के छह ताजा मामले सामने आए. नलबाड़ी, बारपेटा, धुबरी और गोलाघाट जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोगों की मौत मोरीगांव में हुई.

मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश

करीब एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहने के बाद मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में मंगलवार रात एवं बुधवार को भारी बारिश हुई जिसके कारण कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. इसकी वजह से स्थानीय ट्रेन सेवाएं और सड़क यातायात प्रभावित हुआ.

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक प्रवक्ता ने बताया कि उपनगर अंधेरी में भारी बारिश के कारण दृश्यता कम होने की वजह से तीन कारों की टक्कर हो गई. इसके कारण आठ लोग घायल हो गए.

उन्होंने बताया कि इनमें से दो घायलों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ये दोनों जुहू के एक पांचसितारा होटल के कर्मचारी हैं.

मौसम विभाग ने अगले दो दिन में शहर तथा उसके उपनगरों में और अधिक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.

दिल्ली में बुधवार दोपहर के वक्त तक उमस रही लेकिन शाम के समय कुछ इलाकों में बारिश देखी गई जिससे तापमान में गिरावट आ गई. मौसम वैज्ञानिकों ने गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है.

पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं और मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में और बारिश होने का अनुमान लगाया है.

यहां के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार इलाकों में शुक्रवार तक बहुत अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है. जबकि दक्षिण बंगाल में मानसूनी बारिश की कमी बनी हुई है.

South Dinajpur: A woman wades across a flooded area after river Atreyee water level rose following incessant monsoon rainfall, at Balurghat in South Dinajpur, Thursday, July 25, 2019. (PTI Photo) (PTI7_25_2019_000122B)
पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के बलूरघाट में अत्रेयी नदी में आई बाढ़. (फोटो: पीटीआई)

राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. वहीं राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मंगलवार के मुकाबले बुधवार को एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई.

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान जयपुर में 2.78 सेंटीमीटर बारिश और जैसलमेर जोधपुर में बूंदाबांदी दर्ज की गई.

हिमाचल प्रदेश में 25 जुलाई को भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है.

जम्मू कश्मीर में बुधवार को बादल छाये रहने से लोगों को राहत मिली. यहां अगले तीन दिनों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने को लेकर चेतावनी जारी की गई है.

पंजाब के संगरूर और पटियाला जिलों सहित कुछ इलाकों में गत सप्ताह भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात देखे गए. मौसम विभाग ने यहां के कुछ कुछ इलाकों में 24 और 26 जुलाई को भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.

मौसम विभाग ने हरियाणा में भी बारिश होने का अनुमान जताया है.

ओडिशा के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना: मौसम विभाग

भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती गतिविधि की वजह से ओडिशा के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को बारिश हुई. इससे किसानों को राहत मिली है. राज्य में कम बारिश होने से किसान काफी परेशान थे.

मौसम केंद्र के निदेशक एचआर बिस्वास ने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों के ऊपर शुक्रवार को कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है जिससे ओडिशा के कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है.

उन्होंने बताया कि अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है, जबकि कोरापुट, मल्कानगिरि, नबरंगपुर क्योंझर, मयूरभंज, सुदंरगढ़, बालासोर और भद्रक के जिलों के अलग-अलग इलाकों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है.

वहीं हैदराबाद स्थित मौसम केंद्र ने बताया कि तेलंगाना में इस बार 38 फीसदी कम बारिश हुई है, लेकिन राज्य के कृषि विभाग को उम्मीद है कि अगस्त और सितंबर में सामान्य बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर किसान को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.

मौसम केंद्र के अधिकारी राजा राव ने बताया कि अगस्त और सितंबर में सामान्य बारिश होने का पूर्वानुमान है.

शत्रुघ्न सिन्हा, आदिल हुसैन आदि ने असम और बिहार में बाढ़ के स्थायी समाधान का आह्वान किया

मुंबई: असम, बिहार में बाढ़ पर चिंता प्रकट करते हुए अभिनेता आदिल हुसैन, पंकज त्रिपाठी, अभिनेता-नेता शत्रुघ्न सिन्हा जैसी बॉलीवुड की नामी गिरामी हस्तियों ने हर साल की विभीषिका के स्थायी समाधान की मांग की है.

बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. (फोटो साभार: ट्विटर/@airnewsalerts)
बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. (फोटो साभार: ट्विटर/@airnewsalerts)

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘हर साल लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है. लेकिन यह वक्त एक दूसरे पर दोष मढ़ने का नहीं है. यह समाधान का, राहत और मुआवजे का समय है. लोग सड़कों पर आ गए हैं और न्यूनतम या बिना किसी सुविधा के राहत शिविरों में रह रहे हैं.’

असम के गोआलपाड़ा जिले से ताल्लुक रखने वाले अभिनेता आदिद हुसैन ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी समस्या से निजात पाने के लिए देश के पास कोई ठोस योजना नहीं है. असम में हर साल बाढ़ जैसी स्थिति रहती है और प्रशासन को स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है.

बिहार के छपरा जिले के अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने अपने राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए दूरगामी समाधान का आह्वान किया.

असम के कामरूप जिले में एक गांव की रहने वाली राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार रीमा दास ने कहा कि वह बचपन से ही बाढ़ के कारण तबाही देखती रही हैं.

उन्होंने कहा, ‘लोगों की जान जाती है, रोजी-रोटी प्रभावित होती है. घर बर्बाद हो जाते हैं, पशु बह जाते हैं. हम प्रकृति को तो नहीं नियंत्रित कर सकते लेकिन नुकसान रोकने के लिए कदम उठा सकते हैं.’

अभिनेता शेखर सुमन ने भी बाढ़ को चिंता का विषय बताया और समाधान का आह्वान किया. चर्चित अदाकार मनोज वाजपेयी ने भी बाढ़ को लेकर दुख जताते हुए लोगों से सामने आने और जितना संभव हो दान देने की अपील की है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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