कैफे कॉफी डे के संस्थापक लापता, कथित चिट्ठी में लिखा- और दबाव का सामना नहीं कर सकता

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ ने 1996 में कैफे कॉफी डे की शुरुआत की थी. उनके लापता होने के बाद बीते 27 जुलाई को कंपनी के बोर्ड और कर्मचारियों को कथित तौर पर उनके द्वारा लिखा एक पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बहुत समय से लड़ता रहा, लेकिन हार गया हूं और एक व्यवसायी के बतौर विफल हो गया हूं.

कैफे कॉफी डे के संस्थापक और मालिक वीजी सिद्धार्थ (फोटो साभार: फेसबुक)

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ ने 1996 में कैफे कॉफी डे की शुरुआत की थी. उनके लापता होने के बाद बीते 27 जुलाई को कंपनी के बोर्ड और कर्मचारियों को कथित तौर पर उनके द्वारा लिखा एक पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बहुत समय से लड़ता रहा, लेकिन हार गया हूं और एक व्यवसायी के बतौर विफल हो गया हूं.

कैफे कॉफी डे के संस्थापक और मालिक वीजी सिद्धार्थ (फोटो साभार: फेसबुक)
कैफे कॉफी डे के संस्थापक और मालिक वीजी सिद्धार्थ (फोटो साभार: फेसबुक)

मंगलुरु: कैफे कॉफी डे (सीसीडी) ब्रांड नाम से कॉफी रेस्तरां चलाने वाली कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज के संस्थापक, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक वीजी सिद्धार्थ (55) सोमवार रात से लापता हैं.

पुलिस के अनुसार कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद सिद्धार्थ सक्लेश्पुर जा रहे थे, लेकिन अचानक उन्होंने अपने ड्राइवर से मंगलुरु चलने को कहा.

पुलिस ने बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रवती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए और उन्होंने चालक से कहा कि वह टहलने जा रहे हैं.

दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सेंथिल शशिकांत सेंथिल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘उन्होंने (सिद्धार्थ) ड्राइवर से उनके आने तक रुकने को कहा. जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आए तो चालक ने पुलिस से संपर्क कर उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई.’

उन्होंने बताया कि 200 से अधिक पुलिसकर्मी और गोताखोर 25 नौकाओं के जरिए उनकी तलाश कर रहे हैं. उपायुक्त ने बताया कि खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है.

मंगलुरु के पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने कहा, ‘तलाश में स्थानीय मछुआरों की मदद ली जा रही है. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने किस-किस से फोन पर बात की थी.’ कांग्रेस विधायक यूटी खादर मौके पर पहुंचे और कहा कि पुलिस ‘सभी पक्षों’ पर गौर कर रही है और स्थानीयों की मदद से तलाश जारी है.’

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बंगलुरु में एसएम कृष्णा से मिलने उनके घर पहुंचे और उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार भी कृष्णा के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मुलाकत की.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वीजी सिद्धार्थ काफी तनाव में थे. उन्होंने कथित तौर पर बीती 27 जुलाई को कैफे कॉफी डे के बोर्ड को एक चिट्ठी भेजी थी. चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि वे बहुत दबाव में हैं और कंपनी को ठीक से लाभ देने वाला बिजेनस मॉडल बनाने में विफल रहे हैं.

उन्होंने चिट्ठी में लिखा, ‘उन सभी को निराश करने के लिए बहुत खेद है जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया था. मैं बहुत समय से लड़ता रहा, लेकिन हार गया हूं. मैं इससे ज्यादा दबाव नहीं सह सकता क्योंकि प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स मुझे शेयर बेचने के लिए मजबूर कर रहे हैं. मैंने छह महीने पहले एक दोस्त से बहुत ज्यादा उधार लिया था. इसके अलावा दूसरे कर्जदाता भी मुझ पर दबाव बना रहे हैं.’

सिद्धार्थ ने अपनी चिट्ठी में आयकर अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कथित ‘उत्पीड़न’ का भी ज़िक्र किया है. उन्होंने लिखा, ‘आयकर विभाग के पिछले डीजी द्वारा भी काफी उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जब दो अलग-अलग मौकों पर, एक माइंडट्री डील को ब्लॉक करके और दूसरा, हमारे कॉफी डे शेयर के अटैच किए गए जबकि हमारी तरफ से रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल कर दिए गए थे. यह गलत था और इससे गंभीर लिक्विडिटी संकट खड़ा हो गया था.’

सिद्धार्थ ने इस पत्र में सभी आर्थिक लेन-दिनों की जिम्मेदारी लेते हुए यह भी लिखा है कि इसके बारे में किसी को पता नहीं था, उन्होंने लिखा है, ‘मैं सबसे आग्रह करूंगा कि हिम्मत बनाए रखें और नए प्रबंधन के साथ यह बिजनेस चलाते रहें. सभी गलतियों के लिए केवल मैं जिम्मेदार हूं. पैसे के हर लेन-देन की जिम्मेदारी मेरी है. मेरी टीम, ऑडिटर्स और सीनियर मैनेजमेंट को मेरे इन लेन-देनों की कोई जानकारी नहीं थी. कानून को इसके लिए केवल मुझे उत्तरदायी मानना चाहिए क्योंकि मैंने अपने परिवार समेत ही सबसे इस जानकारी को छिपाया.’

इस चिट्ठी में उन्होंने यह भी लिखा कि वे किसी को धोखा नहीं देना चाहते थे. उन्होंने लिखा, ‘मेरा मकसद कभी किसी को धोखा देना या गुमराह करना नहीं था. मैं एक व्यवसायी के रूप में विफल हो गया. मैं पूरी ईमानदारी से इस बात को मानता हूं, उम्मीद करता हूं कि किसी रोज़ आप समझेंगे और मुझे माफ कर देंगे.’

इस बीच सीसीडी के बेंगलुरु स्थित मुख्य कार्यालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस पत्र की प्रमाणिकता के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘हम अब भी सकते में हैं और हमारे कर्मचारियों को उम्मीद है कि सब अच्छा होगा. अभी तक मीडिया में चल रहे पत्र की प्रमाणिकता की पुष्टि की जानी बाकी है. हम यहां यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि किसी भी परिस्थिति में बिजनेस प्रभावित न हो.’

सीसीडी के शेयर में 20% की गिरावट

कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में सिद्धार्थ के लापता होने की पुष्टि की है. कंपनी ने कहा, ‘कॉफी डे एंटरप्राइजेज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक वीजी सिद्धार्थ से सोमवार शाम से संपर्क नहीं हो पा रहा है. हम संबंधित प्राधिकारियों की मदद ले रहे हैं.’

कंपनी की ओर से आगे कहा गया, ‘कंपनी का प्रबंधन पेशेवर लोगों के हाथ में है, इसका नेतृत्व काफी योग्य लोग कर रहे हैं जो कारोबार का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे.’

इस खबर के बाद बीएसई पर सीसीडी का शेयर 20 प्रतिशत तक गिर गया और यह 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर 154.05 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)