बीमा पॉलिसी को लेकर मुर्शिदाबाद परिवार की हुई हत्या, 20 वर्षीय पड़ोसी गिरफ़्तार: पुलिस

पुलिस के अनुसार, 20 वर्षीय उत्पल बेहरा ने बंधु प्रकाश पाल और उनके परिवार की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि पाल ने उसे गाली दी थी और उसके बीमे की दूसरी किस्त की रसीद देने से इनकार कर दिया था.

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मारे गए शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी पत्नी और बेटा. (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

पुलिस के अनुसार, 20 वर्षीय उत्पल बेहरा ने बंधु प्रकाश पाल और उनके परिवार की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि पाल ने उसे गाली दी थी और उसके बीमे की दूसरी किस्त की रसीद देने से इनकार कर दिया था.

मारे गए शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी पत्नी और बेटा. (फोटो साभार: सोशल मीडिया)
मारे गए शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी पत्नी और बेटा. (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

कोलकाता: मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड को सुलझाने का दावा करते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि उसने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा कि एक परिवार के तीन लोगों की हत्या बीमा पॉलिसी को लेकर की गई.

प्राथमिक विद्यालय के 40 वर्षीय शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उनकी गर्भवती पत्नी और उनके बेटे की हत्या आठ अक्टूबर को जियागंज के लेबू बागान इलाके में उनके घर पर की गई थी.

उत्पल ने जुर्म कबूल करने की बात करते हुए मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने मंगलवार को बताया, ‘पाल ने उत्पल का 24,167 रुपये के वार्षिक प्रीमियम के साथ 11 साल की अवधि का बीमा पॉलिसी किया था.’

कुमार ने कहा, ‘आरोप के अनुसार, जहां उसे पहले साल की रसीद मिल गई, वहीं प्रीमियम जमा करने के बाद भी पाल ने उसे दूसरे साल की रसीद नहीं दी. इसके बाद जब उसने पाल को अपने पैसे वापस करने के लिए कहा तो पाल ने उसे गाली दी. उत्पल ने कहा कि वह अपमानित महसूस कर रहा था और उसने पाल को मारने का फैसला किया. वहीं, उत्पल ने पाल की पत्नी और बेटे को इसलिए मार दिया क्योंकि वे उसे पहचानते थे.’

कुमार ने बताया कि उत्पल बेहरा को जिले में सागरदीघि के साहापुर इलाके से सुबह गिरफ्तार किया गया. वह पेशे से राजमिस्री है. मंगलवार को अदालत में पेश कर पुलिस उत्पल की 14 दिन की हिरासत की मांग करेगी.

पुलिस के मुताबिक, पाल अपने परिवार के साथ जियागंज में रहते थे जहां पर उत्पल की बहन भी रहती थी. हत्या से कुछ दिन पहले उत्पल वहां जाकर इलाके का अंदाजा भी लगाकर आया था. इसके बाद दुर्गा पूजा के लिए वहां गया उत्पल अपने साथ हथियार भी ले गया था.

मुकेश कुमार ने कहा, ‘दशमी के दिन लगभग 10.30 बजे उत्पल ने पाल को फोन किया और कहा कि वह उनके घर आना चाहता है. परिवार में सभी लोग उत्पल को जानते थे इसलिए उसे आने दिया गया. अंदर जाते ही उसने तुरंत पाल पर हमला किया और उसे मौके पर ही मार दिया. इसके बाद अगले कमरे में जाकर उसने प्रकाश की गर्भवती पत्नी और बेटे पर हमला किया.’

कुमार ने कहा, ‘हत्या के समय उत्पल के फोन की लोकेशन जियांगज में मिले लेकिन पहले तो उसने झूठ बोला कि वह सागरगढ़ी में था. हालांकि, पूछताछ के दौरान वह टूट गया और अपना अपराध कबूल कर लिया.’

हालांकि, उत्पल के पिता ने दावा किया कि उनका बेटा निर्दोष है. उत्पल के पिता मादहाब बेहरा ने कहा, ‘मैं नहीं मानता हूं कि मेरा बेटा ऐसा कुछ कर सकता है. मैंने उसे कहा था वह ऐसी किसी गतिविधि में न पड़े. लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी.’

बता दें कि, जहां पुलिस को शुरू से संदेह था कि यह हत्या निजी दुश्मनी के चलते की गई है, वहीं भाजपा कानून और व्यवस्था का हवाला देते हुए टीएमसी सरकार पर निशाना साध रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मृत परिवार के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए हैं. विभिन्न स्थानीय नेताओं ने बंधु के भाजपा और संघ से जुड़े होने की बात कही है.

हालांकि, शिक्षक के परिवार ने स्पष्ट किया था कि बंधु किसी भी राजनीतिक दल या संगठन से जुड़े हुए नहीं थे और दोनों ही दल इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)