भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,23,22,258 हो गए हैं और मृतकों की संख्या बढ़कर 4,33,049 हो गई है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 20.93 करोड़ हो गए हैं, जबकि अब तक 43.93 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि यह सब कुछ हमारे अनुमान से कहीं ज़्यादा जल्दी हुआ. तो क्या हुआ? अफ़ग़ानिस्तान के नेताओं ने हार मान ली और देश छोड़कर भाग गए. अफ़ग़ान सेना पस्त हो गई और वो भी लड़ने की कोशिश किए बिना. पिछले हफ़्ते के घटनाक्रमों ने यह साबित कर दिया कि अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सेना की भागीदारी को ख़त्म करना सही फ़ैसला है.
बीते 15 अगस्त को तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रवेश करने के बाद से ही ‘अफ़ग़ानिस्तान नेशनल रेडियो और टेलीविजन’ (आरटीए) ने सीधा प्रसारण बंद कर कर्मचारियों को घर भेज दिया था. शमशाद टीवी और तोलो टीवी के सुरक्षा गार्डों को नि:शस्त्र कर दिया गया और तोलो टीवी का सीधा प्रसारण या कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं.
अफगानिस्तान पर कब्ज़े के बाद मंगलवार को तालिबान ने पहली आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वे अन्य देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,22,85,857 हो गई है और जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,32,519 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के कुल 20,86,09,830 मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 43,82,461 लोगों की मौत हो चुकी है.
अधिकारियों ने बताया कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल से भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान राष्ट्रीय राजधानी के पास स्थित हिंडन वायुसेना स्टेशन आने के क्रम में मार्ग में सुबह क़रीब 11:15 बजे गुजरात के जामनगर स्थित वायुसेना स्टेशन में उतरा. भारत ने अफ़ग़ान नागरिकों के लिए आपातकालीन ई-वीज़ा की घोषणा की. इस बीच भारत में रह रहे अफ़ग़ान छात्रों ने वीज़ा अवधि बढ़ाने की मांग की है.
वीडियो: अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट के हालात भयावह हैं. तालिबान के डर से लोग अफ़ग़ानिस्तान छोड़कर भाग रहे हैं. लोग अपनी जान बचाने के लिए चलते हुए विमान पर लटकने की कोशिश कर रहे हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,22,50,679 हो गए है और इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,32,079 हो गई है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20,78,67,008 हो गए हैं और अब तक 43,71,589 लोगों की जान जा चुकी है.
अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े पर अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफ़जई ने कहा है कि वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय ताक़तों को तत्काल संघर्ष विराम की मांग करनी चाहिए. तुरंत मानवीय सहायता मुहैया कराएं और शरणार्थियों और नागरिकों की रक्षा करें.
वीडियो: अफ़ग़ानिस्तान में लगभग दो दशकों में सुरक्षा बलों को तैयार करने के लिए अमेरिका और नाटो द्वारा अरबों डॉलर ख़र्च किए जाने के बावजूद तालिबान ने एक सप्ताह में लगभग पूरे देश पर क़ब्ज़ा कर लिया है. फ़िलहाल अमेरिका अपने बाकी बचे कर्मचारियों को निकालने में लगा हुआ है.
तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पर क़ब्ज़ा कर लेने के बाद यहां तनाव का माहौल है. ज़्यादातर लोग अपने घरों में छिप गए हैं और बड़े-बड़े चौराहों पर तालिबान लड़ाके तैनात हैं. देश छोड़कर जाने वालों की भारी भीड़ काबुल एयरपोर्ट पर जमा है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ ग़नी ने कहा है कि वह काबुल छोड़कर इसलिए चले गए, ताकि वहां ख़ून-ख़राबा और बड़ी मानवीय त्रासदी न हो. भारत ने एयर इंडिया ने काबुल की एकमात्र उड़ान रद्द कर
फ्रांस की सरकार ने न सिर्फ ‘अपुष्ट मीडिया रपटों’ को गंभीरता से लिया, बल्कि जवाबदेही तय करने और अपने नागरिकों, जो ग़ैर क़ानूनी जासूसी का शिकार हुए या हो सकते थे, के हितों की रक्षा के लिए स्वतंत्र तरीके से कार्रवाई की. इसके उलट भारत ने निगरानी या संभावित सर्विलांस के शिकार व्यक्तियों को ही नकार दिया.
हैती में 14 अगस्त को 7.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में लगभग 5,700 लोग घायल हुए हैं, जबकि हज़ारों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं. भूकंप से देश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में कई शहर लगभग पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और भूस्खलन होने से बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है. सोमवार देर रात तक तूफान ‘ग्रेस’ के हैती पहुंचने से हालात और ख़राब होने की आशंका जताई जा रही है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 3,22,25,513 हो गए है, जबकि मृतक संख्या बढ़कर 4,31,642 हो चुकी है. दुनिया भर में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20.72 करोड़ से अधिक हो गए हैं और अब तक 43.62 लाख से अधिक लोगों ने जान गंवाई है.
अफ़ग़ानिस्तान में लगभग दो दशकों में सुरक्षा बलों को तैयार करने के लिए अमेरिका और नाटो द्वारा अरबों डॉलर ख़र्च किए जाने के बावजूद तालिबान ने एक सप्ताह में लगभग पूरे देश पर क़ब्ज़ा कर लिया है. फ़िलहाल अमेरिका अपने बाकी बचे कर्मचारियों को निकालने में लगा हुआ है. इस बीच देश के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी के ताज़िकिस्तान में शरण लेने की सूचना है. देश में सत्ता हस्तानांतरण की प्रक्रिया जारी है. यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब होगा