केंद्र द्वारा सर्विस रूल्स में बदलाव को पूर्व सिविल सेवकों ने असीमित उत्पीड़न का ज़रिया बताया

डीओपीटी द्वारा इस महीने की शुरुआत में जारी अखिल भारतीय सेवा (मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति लाभ) संशोधन नियम, 2023 को लेकर 94 पूर्व सिविल सेवकों के एक समूह ने कहा है कि ये नियम लोक सेवकों के लिए राष्ट्रीय महत्व के मामलों पर राय व्यक्त करना  नामुमकिन बना देंगे.

2018 से उच्च शिक्षण संस्थानों में आत्महत्या से 98 छात्रों की मौत: केंद्र

केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2018 और 2023 के बीच उच्च शिक्षा संस्थानों में आत्महत्या करने वाले इन 98 छात्रों में से सबसे ज्यादा 39 आईआईटी से, 25 एनआईटी से और 25 केंद्रीय विश्वविद्यालयों से, चार आईआईएम से, तीन आईआईएसईआर से और दो आईआईआईटी से थे.

आयुष्मान भारत योजना के तहत केवल दो-तिहाई अस्पताल ही सक्रिय: रिपोर्ट

एक रिपोर्ट के अनुसार, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सूचीबद्ध 27,000 अस्पतालों में से केवल 18,783 सक्रिय हैं. इस योजना का लक्ष्य 12 करोड़ से अधिक ग़रीब और कमज़ोर परिवारों को सेकेंड और थर्ड केयर अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये प्रति वर्ष का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करना है.

साल 2019 से 34,035 छात्रों ने उच्च शिक्षण संस्थानों से पढ़ाई छोड़ दी

शिक्षा मंत्रालय ने संसद में बताया कि 2019 और 2023 के बीच केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम और एनआईटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों से पढ़ाई छोड़ने वाले छात्रों में लगभग आधे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणियों से संबंधित थे.

वित्त वर्ष 2022-23 में मनरेगा से 5 करोड़ से अधिक श्रमिकों के नाम हटाए गए

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में ये आंकड़े उपलब्ध कराए हैं. पश्चिम बंगाल ने वित्त वर्ष 2022-23 में सबसे अधिक 83.36 लाख श्रमिकों के नाम योजना से हटा दिए हैं. दिसंबर 2021 से इस राज्य को इस योजना के लिए केंद्र सरकार से धन नहीं मिला है.

ज़मानत देते समय अदालत को क़ैदी की आर्थिक स्थिति का भी ध्यान रखना चाहिए: कोर्ट

ज़मानत नीति में सुधार के एक मामले को सुनते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि अदालतों द्वारा हर प्रयास किया जाना चाहिए कि जब वे ज़मानत दें, तो इसका कोई अर्थ होना चाहिए क्योंकि ऐसी ज़मानत शर्तें, जो क़ैदी की आर्थिक स्थिति से परे हों, लगाने से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होता है.

हरियाणा: गोपाल कांडा के बरी होने के बाद गीतिका के भाई ने कहा- हमारी जान को ख़तरा

हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा की एयरलाइंस में कार्यरत गीतिका शर्मा अगस्त 2012 में दिल्ली में मृत पाई गई थीं. उन्होंने सुसाइड नोट में कांडा और एक महिला पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था. अब दोनों को बरी करते हुए कोर्ट ने कहा कि सिर्फ सुसाइड नोट में आरोपी का नाम लेना उन्हें दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त नहीं है.

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र द्वारा कीटनाशकों पर प्रतिबंध के लिए कई समितियां बनाने पर सवाल उठाए

शीर्ष अदालत ने केवल तीन कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाने के केंद्र के आदेश को चुनौती देने वाली जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा कि सरकार तब तक समितियों का गठन करती रहती है जब तक उसे अपने अनुकूल रिपोर्ट नहीं मिल जाती.

अवॉर्ड के लिए शॉर्टलिस्ट उम्मीदवार पहले शपथ लें कि वे इन्हें वापस नहीं करेंगे: संसदीय समिति

संसद की एक स्थायी समिति ने सुझाव दिया है कि विभिन्न साहित्यिक और संस्कृति निकायों द्वारा पुरस्कारों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों से पहले ही यह शपथ पत्र लिया जाए कि उन्हें दिए जा रहे सम्मान को 'राजनीतिक कारणों' से वापस नहीं किया जाएगा.

‘बेटी बचाओ’ पर नीति आयोग की सफलता रिपोर्ट के बावजूद कई राज्यों में लिंग अनुपात में गिरावट

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 और 2022-23 के बीच कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, बिहार और हरियाणा सहित दर्जनभर से अधिक राज्यों में लिंग अनुपात में गिरावट देखी गई. 

अयोध्या की ‘खजूर वाली मस्जिद’ की चर्चा क्यों हो रही है

अयोध्या के गुदड़ी बाज़ार स्थित मस्जिद खजूर वाली की एक मीनार शहर में बनाए जा रहे ‘राम पथ’ के प्रस्तावित चौड़ीकरण के रास्ते में आ रही है. लोक निर्माण विभाग द्वारा मस्जिद समिति को मीनार हटाने का नोटिस दिए जाने के बाद मामला हाईकोर्ट पहुंच चुका है.

मध्य प्रदेश में दलितों के ख़िलाफ़ अपराध दर सबसे ज़्यादा: रिपोर्ट

एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2021 में अनुसूचित जाति (एससी) समूहों के लोगों के ख़िलाफ़ अपराध दर सबसे अधिक थी. 2021 में देश में अनुसूचित जाति के ख़िलाफ़ अपराध की 50,900 घटनाएं हुईं. मध्य प्रदेश में यह संख्या 7,214 थी.

लंबित मांगों को लेकर किसान 26 नवंबर से देशभर के 30 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेंगे

अखिल भारतीय किसान सभा के उपाध्यक्ष हन्नान मोल्लाह ने कहा कि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान 26 से 28 नवंबर तक 30 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेंगे. उनकी लंबित मांगों में ऋण माफ़ी, एमएसपी कार्यान्वयन, प्रदर्शनकारी किसान परिवारों के लिए मुआवज़ा आदि शामिल हैं.

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