पूर्वोत्तर के राज्यों से इस सप्ताह की प्रमुख ख़बरें
बिड़ला-सहारा डायरी केस और कालिखो पुल सुसाइड मामले में न्यायपालिका पर सवाल उठाता वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के लेख का आॅडियो.
वह समय आ चुका है जब सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को गंभीरता से विचार-विमर्श करके इन दस्तावेजों की विस्तृत जांच के लिए कोई रास्ता निकालने के बारे में सोचना चाहिए.
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता या मसूद अज़हर के मामले में चीन के रवैये को लेकर नाराजगी जताने के और भी तरीके हैं.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ करने की इतनी जल्दी में है कि वे छह माह पहले कांग्रेस से भाजपा में आए नेता को मुख्यमंत्री बना दे रहे हैं.ऐसे दूसरे बहुत से नेता मंत्रिपद हासिल कर ले रहे हैं. आखिर इस तरह के नेताओं के सहारे मिली जीत भाजपा के लिए कितनी फायदेमंद होगी?
अरुणाचल प्रदेश के तवांग पर चीन अपना दावा जताता रहा है और जम्मू-कश्मीर के अक्साई चिन पर भारत का दावा है. ऐसे में तवांग और अक्साई चिन की अदला-बदली को लेकर बीते दिनों एक पूर्व शीर्ष चीनी वार्ताकार की टिप्पणी काफ़ी कुछ कहती है.
भारतीय सेना में सेवा दे चुके गोरखा सैनिक चाहते हैं उन्हें पेंशन और स्वास्थ्य सुविधा भारत में मिले. इन जवानों को पेंशन लेने नेपाल जाना पड़ता है.
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल की पत्नी ने चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर उनके सुसाइड नोट में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने की अपील की थी.
पुल का सुसाइड लेटर सामने आने के बाद उनकी पत्नी ने चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर जांच कराने की अपील की थी
हालांकि राज्य सरकार ने कालिखो पुल की ओर से अपने सुसाइड नोट में वरिष्ठ नेताओं और राजनीतिज्ञों पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताया.
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की पहली पत्नी दांगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके पति द्वारा लिखित 60 पन्नों के सुसाइड नोट में दर्ज भ्रष्टाचार के आरोपों पर संज्ञान लेने की गुज़ारिश की है.
द वायर के पास 60 पन्नों का वह सुसाइड लेटर है जिसे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल ने आत्महत्या करने के चंद घंटे पहले लिखा था, जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जेएस खेहर को पत्र लिखने के अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की बात कही है.
अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे.
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल के स्कूली दिनों के साथी धीरज सिन्हा ने उनके जीवन के कुछ अनदेखे पहलू साझा किए हैं.