बीते 22 दिसंबर को बड़ौत के दिगंबर जैन कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चार सदस्यों ने श्रुतदेवी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके बाद संगठन ने माफ़ी मांगी थी. इन चारों के ख़िलाफ़ दंगा करने सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जेएनयू के स्कूल ऑफ फिज़िकल साइंसेस के आठ प्रोफेसरों ने 23 नवंबर को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि पिछले महीने सात उम्मीदवारों की नियुक्ति की गई, लेकिन उनमें से किसी के पास अपेक्षित अनुभव या योग्यता नहीं है. उन्होंने उनकी नियुक्ति प्रक्रिया रोकने का आग्रह किया है.
तिरुनेल्वेली की एम. सुंदरनर यूनिवर्सिटी के वीसी ने बताया कि उन्हें एबीवीपी से शिकायत मिली थी कि बीए के पाठ्यक्रम में शामिल बुकर पुरस्कार विजेता अरुंधति रॉय की किताब ‘वॉकिंग विद द कॉमरेड्स’ में लेखक के माओवादी इलाकों में जाने को लेकर विवादित कंटेट है, जिसके बाद इसे सिलेबस से हटा दिया गया.
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय ने जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज को काउंसिलिंग प्रक्रिया की सूची से बाहर कर दिया है. इस साल कॉलेज में प्रथम वर्ष में छात्रों का प्रवेश नहीं लिया जाएगा. इसका विरोध करते हुए बीते दो नवंबर से उत्तर दिल्ली में विकास सदन के बाहर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें से कुछ छात्रों ने मंगलवार से भूख हड़ताल शुरू की है.
इस साल जुलाई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुब्बैया षणमुगम की की सोसाइटी में रहने वाली 62 वर्षीय एक महिला ने उनके ख़िलाफ़ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी और दरवाजे पर पेशाब करने का आरोप लगाया था. हालांकि बाद में उन्होंने यह शिकायत वापस ले ली थी.
पीड़ित परिवार का कहना है कि दबाव में यह शिकायत वापस ली गई है. पुलिस ने शिकायत वापस लेने से कुछ घंटे पहले ही एबीवीपी अध्यक्ष के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की थी.
महिला और एबीवीपी के अध्यक्ष के बीच पार्किंग को लेकर विवाद हुआ. महिला ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और कुछ तस्वीरें दी हैं, जिसमें कथित तौर पर एबीवीपी अध्यक्ष डॉ. सुब्बैया षणमुगम महिला के घर के दरवाज़े पर पेशाब करते दिख रहे हैं.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष ओईशी घोष ने कहा कि यह जेएनयू की विरासत के लिए शर्मनाक है कि इस विश्वविद्यालय में इस आदमी का नाम डाल दिया गया है.
पुणे के मॉर्डन कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के एक कार्यक्रम में महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी व्याख्यान होना था. कॉलेज का कहना है कि इस बारे में कई दक्षिणपंथी संगठनों से प्रदर्शनों की चेतावनी देते पत्र मिलने के बाद उन्होंने इसे रद्द कर दिया.
दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर द्वारा जारी किए गए एक नोटिस के अनुसार, विरोध प्रदर्शन करने वाले आयोजकों को कार्यक्रम की जानकारी, वक्ताओं की सूची, प्रतिभागियों की अपेक्षित संख्या जैसी अन्य जानकारियां प्रस्तुत करनी होगी.
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक समारोह के दौरान कहा कि जो लोग एनआरसी का विरोध कर रहे हैं, क्या वे भारत को धर्मशाला बनाना चाहते हैं.
जाधवपुर विश्वविद्यालय की आर्ट्स फैकल्टी स्टूडेंट्स यूनियन ने महिलाओं समेत छात्रों के साथ धक्का-मुक्की और विश्वविद्यालय की संपत्ति को नष्ट करने के लिए एबीवीपी के पांच सदस्यों के ख़िलाफ़ भी शिकायत दर्ज कराई है.
अंग्रेजी अख़बार द टेलीग्राफ के संपादक द्वारा माफी मांगने से इनकार करने पर नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने संपादक के ख़िलाफ़ कथित तौर पर अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
कोलकाता के जाधवपुर विश्वविद्यालय में 19 सितंबर को एक कार्यक्रम में शामिल होने गए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो के साथ छात्रों के एक गुट ने कथित तौर पर धक्का-मुक्की की थी.
वामपंथी छात्र संगठनों एआईएसए, एसएफआई, एआईएसएफ और डीएसएफ के संयुक्त मोर्चे की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार आईशी घोष जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष चुनी गई हैं. उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मनीष जांगिड़ को हराया है. एसएफआई को 13 साल बाद अध्यक्ष पद मिला है.