वीडियो: इंस्टाग्राम के बॉयज़ लॉकर रूम नाम के दिल्ली के स्कूली बच्चों के एक ग्रुप में गैंगरेप करने और लड़कियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला सामने आया है. इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की वकील अवनि बंसल और करुणा नंदी से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने चर्चा की.
‘बॉयज़ लॉकर रूम’ इंस्टा ग्रुप में स्कूली लड़कों की अभद्र बातचीत और नाबालिग लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरों के स्क्रीनशॉट्स सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने मामले का संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है.
रविवार को ‘बॉयज़ लॉकर रूम’ नाम के प्राइवेट इंस्टाग्राम चैट ग्रुप की बातचीत के कुछ स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किए गए, जहां दक्षिणी दिल्ली के स्कूली लड़कों के एक समूह द्वारा नाबालिग लड़कियों की तस्वीरें शेयर कर आपत्तिजनक बातें की गई हैं. इसके बाद साइबर सेल ने मामले का संज्ञान लिया और प्राथमिकी दर्ज की.
एक महिला ने रविवार को ग्रुप की बातचीत के कुछ स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किए, जहां दक्षिणी दिल्ली के स्कूली लड़कों के एक समूह द्वारा नाबालिग लड़कियों की तस्वीरें शेयर कर आपत्तिजनक बातें की गई हैं. मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए डीसीडब्ल्यू ने पुलिस और इंस्टाग्राम को नोटिस भेजा है.
घटना बैतूल ज़िले की है. पीड़िता अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रही थी कि जब सात लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया. पीड़िता के भाई को एक कुएं में फेंककर उन्होंने पास के जंगल ले जाकर युवती के साथ बलात्कार किया.
मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर का है. लापरवाही बरतने के मामले में एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
गोवा कोंकणी अकादमी की एक समिति ने कोंकणी कवि निलबा खांडेकर की किताब 'द वर्ड्स' की कविता 'गैंगरेप' के दो शब्दों पर आपत्ति जताते हुए इसकी बिक्री और प्रसार पर रोक लगा दी है. इसी कविता के लिए खांडेकर को 2019 में साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित किया गया था.
मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का है. पुलिस ने बताया कि चारों व्यक्तियों ने अदालत से बलात्कार का मामला वापस न लेने पर महिला पर तेजाब से हमला किया. महिला तीस प्रतिशत तक जल गई है और मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वीडियोः देश में लगातार सामने आ रहे बलात्कार और यौन हिंसा के मामले महिला सुरक्षा को लेकर किए जाने वाले दावों के उलट हैं. एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट बताती है कि बीते तीन सालों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कोई कमी नहीं आई है.बता रही हैं रीतू तोमर.
घटना झारखंड की राजधानी रांची में 26 नवंबर को हुई. छात्रा अनुसूचित जनजाति की है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार), 120बी (आपराधिक षडयंत्र) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
ऐसे में जब देश में महिलाओं का कोई वास्तविक प्रतिनिधित्व ही नहीं बचा और सरकार में नारी शक्ति की मिसाल मानी जाने वाली तथाकथित जुझारू नेता भाजपा नेताओं या समर्थकों द्वारा किए उत्पीड़न के कई मामलों पर मुंह सिलकर बैठ चुकी हैं, तो कैसे सरकार से किसी न्याय की उम्मीद लगाई जाए?
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के बेहड़ी गांव की 24 वर्षीय सामूहिक बलात्कार पीड़िता से क़रीब एक साल पहले तीन लोगों ने बलात्कार किया था और तब से आरोपी ज़मानत पर हैं. आत्महत्या करने से पहले पीड़िता ने अपने हाथ पर आरोपियों के नाम लिखे थे.
मामला नवी मुंबई के वाशी का है. पुलिस ने बताया कि युवक के कई ऑपरेशन करने पड़े हैं और उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ़्तार नहीं किया जा सका है.
पिछले साल जून में विस्थापन एवं मानव तस्करी के विरुद्ध जागरूकता फैलाने के अभियान के तहत पांच महिलाएं खूंटी ज़िले के कोचांग गांव गई थीं. उनका आरसी मिशन स्कूल से कथित तौर पर अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया था. मामले में 15 मई को सज़ा सुनाई जाएगी.
आरोपियों ने घटना का एक वीडियो भी बना लिया था और पीड़िता को इसकी जानकारी किसी को भी देने पर वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी थी. पांचों आरोपी गिरफ़्तार.