बिहार के नालंदा में एक व्यक्ति से पहले थूक चटवाया फिर चप्पलों से पीटा

कथित तौर पर मर्दों की ग़ैरमौजूदगी में घर में प्रवेश करने से 54 वर्षीय व्यक्ति को सरपंच और गांव के अन्य लोगों ने सुनाई सज़ा. आठ लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर.

बिहार: खगड़िया में महादलितों के 50 से ज़्यादा घरों में लगाई आग

ज़िले के छमसिया गांव में ज़मीन की लड़ाई को लेकर महादलितों के पचास से ज़्यादा घरों को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई.

चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीख़ घोषित करने का अधिकार पीएम मोदी को दे दिया है: चिदंबरम

गुजरात चुनाव का कार्यक्रम नहीं घोषित करने पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने चुनाव आयोग की आलोचना की.

आॅनलाइन गुंडागर्दी: ट्रोल्स को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है

ट्रोलिंग पर विशेष सीरीज़: जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद बता रही हैं कि सोशल मीडिया पर अब ट्रोलिंग नहीं हो रही है बल्कि गालियां और रेप की धमकी दी जा रही हैं जो कि आपराधिक कृत्य है.

कथित नक्सली का एनकाउंटर और न्याय के लिए भटकती आदिवासी महिला का संघर्ष

झारखंड के गिरिडीह ज़िले में पुलिस द्वारा नक्सली बताकर मारे गए मोतीलाल बास्के की पत्नी पार्वती मुर्मू इंसाफ़ के लिए संघर्ष कर रही हैं.

गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में अक्टूबर के 15 दिनों में 231 बच्चों की मौत

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का दौर जारी है. अगस्त महीने में बच्चों की मौतों को स्वभाविक बताने वाले यूपी सरकार के मंत्री अब इस बारे में चुप्पी साध गए हैं.

जंतर मंतर: सरकार को विरोध की आवाज़ भी ध्वनि प्रदूषण लगती है

वीडियो: दिल्ली के जंतर मंतर पर होने वाले धरना-प्रदर्शनों पर एनजीटी द्वारा रोक लगाए जाने को लेकर वहां प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत.

हम भी भारत, एपिसोड 05: रोहिंग्या शरणार्थी और भारत

हम भी भारत की पांचवीं कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि रह चुके विजय नांबियार और आॅब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन के वरिष्ठ फेलो मनोज जोशी से चर्चा कर रही हैं.

पतंजलि को सस्ती ज़मीन देने से जुड़ी जानकारी देने वाले दो सूचना अधिकारियों का तबादला

आरोप है कि नागपुर में बाबा रामदेव को फूड पार्क के लिए एक करोड़ रुपये प्रति एकड़ की ज़मीन को सिर्फ 25 लाख रुपये प्रति एकड़ के भाव में दे दिया गया.

ममता जन्मजात विद्रोही हैं, उनकी अनदेखी करना असंभव: प्रणब

प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब में लिखा है, 'ममता ने निडर और आक्रामक रूप से अपना रास्ता बनाया. आज वह जिस मकाम पर हैं, वह उनके संघर्ष का परिणाम है.