सपा-बसपा गठबंधन भाजपा को हरा देगा: बसपा प्रवक्ता

लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन द्वारा अब तक के प्रदर्शन पर बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया से द वायर के अजय आशीर्वाद की बातचीत.

लक्ष्मणपुर बाथे: बिहार में जातिगत हिंसा का गवाह

सड़क से संसद: जहानाबाद लोकसभा सीट के तहत अरवल ज़िले में लक्ष्मणपुर बाथे गांव आता है, जहां पर साल 1997 में कथित तौर पर रणवीर सेना ने दलित समुदाय के 58 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.

पश्चिम बंगाल में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रचार और रैली पर रोक लगाई

उप चुनाव आयुक्त चंद्रभूषण कुमार ने बताया कि देश के इतिहास में संभवतया यह पहला मौका है जब आयोग को चुनावी हिंसा के मद्देनज़र चुनाव प्रचार में कटौती करनी पड़ी हो.

प्राचीन भारत में शिक्षा का केंद्र रहे नालंदा का राजनीतिक समीकरण

सड़क से संसद: बिहार का नालंदा लोकसभा सीट शिक्षा का प्राचीन केंद्र रहा है. यहीं से जॉर्ज फर्नांडिस और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे नेताओं ने अपना राजनीतिक करिअर शुरू किया. यहां आख़िरी चरण में 19 मई को लोकसभा के लिए वोट डाले जाएंगे.

मीडिया बोल, एपिसोड 98: मोदी टाइम-कथा और ख़ान मार्केट गैंग!

मीडिया बोल की 98वीं कड़ी में उर्मिलेश टाइम पत्रिका द्वारा नरेंद्र मोदी पर की प्रकाशित 'इंडियाज़ डिवाइडर इन चीफ' शीर्षक की रिपोर्ट और उसके लेखक के पाकिस्तानी होने पर हुए विवाद पर वरिष्ठ पत्रकार बिराज स्वैन और सबा नकवी से चर्चा कर रहे हैं.

महाराष्ट्र: केमिकल फैक्ट्री में ज़हरीली गैस निकलने से तीन लोगों की मौत

आरोप है कि मारे गए लोगों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था. गैस का प्रभाव इतना ज़्यादा था कि मृतकों को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों की भी तबियत बिगड़ गई. उत्तर प्रदेश में हुई एक अन्य घटना में कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई.

हिंदू युवा वाहिनी के 17 साल- योगी के मुख्यमंत्री बनने तक की पूरी कहानी

गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में हिंदू युवा वाहिनी के उदय से लेकर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर पर हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष सुनील, महामंत्री प्रेमशंकर मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह और प्रोफेसर चंद्रभूषण से विस्तार में चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

म्यांमार: रोहिंग्या मुस्लिमों पर रिपोर्टिंग के कारण सज़ा काट रहे रॉयटर्स के दो पत्रकार रिहा

म्यांमार के रखाइन में सैन्य कार्रवाई के दौरान रोहिंग्या मुसलमानों पर हुए अत्याचारों की रिपोर्टिंग करते हुए 32 वर्षीय वा लोन और 28 वर्षीय क्याव सोए ओ को सरकारी गोपनीयता क़ानून तोड़ने के लिए पिछले साल सितंबर में सात-सात साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी.

‘सरकार हमें पानी-गंदगी की समस्याओं से आगे बढ़ने दे तो शिक्षा या दूसरी चीज़ों के बारे में सोचें’

ग्राउंड रिपोर्ट: लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय मीडिया के मुद्दे भले ही हिंदू-मुस्लिम, पाकिस्तान, राष्ट्रवाद आदि के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में दक्षिणी दिल्ली की संजय कॉलोनी के रहवासी रोज़ाना पानी की जद्दोजहद, सीवर व्यवस्था और बस्ती में साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए ही लड़ रहे हैं.

1 8 9 10 11 12 55