सरकार उच्च शिक्षण संस्थाओं को ज्ञान के स्रोत के बजाय ‘प्रेशर कुकर’ में तब्दील कर रही है

जिस प्रकार कृषि क्षेत्र में ऋण से बढ़ते तनाव ने किसान आत्महत्या की समस्या पैदा की, स्कूल शिक्षा में परीक्षाओं और मेरिट के दबाव ने स्कूली विद्यार्थियों में आत्महत्याओं को जन्म दिया, तनाव निर्माण की उसी कड़ी में सरकार ने कॉलेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों को झोंकने की तैयारी कर ली है.

‘स्वायत्तता’ का जुमला गढ़कर सरकार पढ़ने के अधिकार पर हमला कर रही है

‘स्वायत्तता’ के आगमन के साथ-साथ अब अकादमिक संस्थान दुकानों में तब्दील कर दिए जाएंगे, जहां बाज़ार की ज़रूरतों के अनुरूप कोर्स गढ़े जाएंगे और उसी के अनुसार उनकी फीस तय होगी.

जन गण मन की बात, एपिसोड 213: विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता और राष्ट्र रक्षा महायज्ञ

जन गण मन की बात की 213वीं कड़ी में विनोद दुआ 62 विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता देने के फैसले और दिल्ली में हो रहे राष्ट्र रक्षा महायज्ञ पर चर्चा कर रहे हैं.

क्या सच में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है?

यूजीसी की एक समिति ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दौरा कर अपनी आॅडिट रिपोर्ट में कहा है कि यह विश्वविद्यालय ‘अलाभकारी’ और ‘अप्रभावी’ साबित होने के कगार पर पहुंच चुका है.