वीडियो: दिल्ली के शाहीन बाग बीते दो महीने से नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर हो रहे प्रदर्शन के बीच किताबों की एक दुनिया भी बन गई है. यहां के एक बस स्टॉप पर फातिमा शेख़ सावित्री बाई फुले लाइब्रेरी चल रही है, जो यहां आने वालों का ध्यान खींच रही है. रीतू तोमर की रिपोर्ट.
सीएए-एनआरसी के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शनों में लंबे समय बाद हिंदू-मुस्लिम एकता वापस नज़र आ रही है, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा में बेचैनी देखी जा सकती है. ऐसी ही बैचेनी 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेज़ों में दिखी थी, जिससे निपटने के लिए उन्होंने फूट डालो-राज करो की नीति अपनाई थी.
कोर्ट ने केंद्र सरकार को 17 फरवरी तक जवाब देने को कहा है. याचिकाकर्ताओं के वकीलों ने असुविधाजनक स्थिति का हवाला देते हुए कि इस संबंध में अंतरिम निर्देश जारी करने को कहा, हालांकि पीठ ने इस मांग को खारिज कर दिया.
अंतिम मतदान की घोषणा में देरी पर दिल्ली मुख्य चुनाव आयुक्त रणबीर सिंह ने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी काम में व्यस्त थे और इसीलिए अंतिम घोषणा में देरी हुई. अंतिम मतदान की घोषणा में देरी पर आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने सवाल उठाए थे. वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसे बेहद चौकाने वाला बताया था.
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 59-68 और भाजपा को 2-11 सीट मिल सकती हैं. वहीं, एबीपी-सी वोटर के अनुसार आप को 49-63 और भाजपा को 5-19 सीट मिल सकती हैं.
जयपुर के रहने वाले कवि बप्पादित्य बुधवार रात एक कैब में बैठने के बाद फोन पर नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर बात कर रहे थे, जिसे सुनकर कैब ड्राइवर रोहित उन्हें एंटी नेशनल बताते हुए पुलिस थाने ले गया. रोहित को मुंबई भाजपा अध्यक्ष द्वारा सतर्क नागरिक पुरस्कार दिया गया है.
दिल्ली के शाहीन बाग़ की तर्ज पर मुंबई के नागपाड़ा में सीएए और एनआरसी को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं. इस बारे में बीएमसी ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रदर्शन के चलते यातायात बाधित हो रहा है और नगर निकाय द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य भी बाधित हो रहे हैं.
दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान चार महीने के बच्चे की मौत के बाद बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित बारह साल की छात्रा जेन गुनरत्न सदावर्ते ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर कहा कि इस तरह के धरना-प्रदर्शन में बच्चों को शामिल करने की मंजूरी नहीं दी जाए.
वीडियोः नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में बीते लगभग दो महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को समर्थन देने के लिए पंजाब के एक किसान संगठन से लगभग 350 किसान शाहीन बाग पहुंचे, जिनमें 15 महिला किसान भी हैं. इन किसानों से रीतू तोमर की बातचीत.
अमित साहनी नाम के एक वकील ने ये याचिका दायर की है. साहनी दिल्ली हाईकोर्ट भी गए थे लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था और कहा था कि संबंधित विभाग इस मामले को देखें. हालांकि कोर्ट ने इस संबंध में कोई औपचारिक आदेश पारित नहीं किया था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर हमला करने के लिए शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ क़रीब दो महीने से चल रहे प्रदर्शन का इस्तेमाल कर रही है. यह मुद्दा न सिर्फ भाजपा के स्थानीय नेता उठा रहे हैं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत हर भाजपा नेता शाहीन बाग़ के प्रदर्शन के नाम पर दिल्ली के मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करते दिखे हैं.
वीडियो: दिल्ली के शाहीन बाग़ इलाके में बुधवार दोपहर को प्रदर्शनकारियों ने बुर्का पहनकर पहुंची एक हिंदू महिला को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि महिला उनसे अजीबोगरीब सवाल कर रही थी और अपनी गलत पहचान बता रही थी.
दिल्ली पुलिस के डीसीपी राजेश देव के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि उनका बयान ‘पूरी तरह अवांछित’ था और उन्हें चुनावी कार्य से रोक दिया गया है. चुनाव आयोग ने कहा कि देव के व्यवहार से ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने पर असर पड़ेगा.’
घटना के दौरान शाहीन बाग धरना स्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया, 'मौके पर पहुंची महिला कांस्टेबल उसे ले जा रही थी तो महिला ने एक पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'विजय सर, मुझे बचाइए.' वहां महिला के तीन से चार साथी भी थे जो महिला के पकड़े जाने के बाद फरार हो गए.
दिल्ली के पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने दावा किया कि पुलिस ने गोली चलाने वाले और उनके पिता के आप में शामिल होने के व्हाट्सअप डाटा और तस्वीरें जुटायी हैं. हालांकि परिवारवालों ने कहा कि उनके घर के किसी भी सदस्य का किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं है.