दिल्ली जल बोर्ड के सीवर की सफाई के दौरान एक व्यक्ति की मौत

पीड़ित की पहचान बिहार में कटिहार के निवासी डूमन राय के रूप में हुई है. जहांगीरपुरी इलाके में हुई घटना के संबंध में सुपरवाइज़र गिरफ़्तार.

सीवर सफाई के दौरान मौत: ज़्यादातर मामलों में न तो एफआईआर दर्ज और न ही मुआवज़ा मिला

मैला ढोने की प्रथा खत्म करने के लिए काम करने वाली गैर-सरकारी संस्था राष्ट्रीय ग्रामीण अभियान द्वारा 11 राज्यों में कराए गए सर्वेक्षण से ये जानकारी सामने आई है.

स्वच्छता अभियान: सरकार को नहीं पता सीवर सफाई के दौरान कितनों की गई जान, कितनों को मिला मुआवज़ा

विशेष रिपोर्ट: राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के पास यह जानकारी भी नहीं है कि देश में कुल कितने सफाईकर्मी हैं. 2014 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1993 से लेकर अब तक सीवर में दम घुटने की वजह हुई मौतों और मृतकों के परिवारों की पहचान कर उन्हें 10 लाख रुपये मुआवज़ा देने का आदेश दिया गया था.

हम भी भारत, एपिसोड 03: स्वच्छ भारत अभियान और सफ़ाईकर्मियों की मौत

हम भी भारत की तीसरी कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी सीवर सफ़ाई के दौरान लगातार हो रहीं कर्मचारियों की मौतों पर वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह और हेजर्ड्स सेंटर के दुनू रॉय से चर्चा कर रही हैं.

गुड़गांव में फैक्ट्री टैंक से सहकर्मी को बचाने की कोशिश में तीन लोगों की मौत

घटना सेक्टर 37 औद्योगिक इलाके में जेएनजे इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में हुई. पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों के ख़िलाफ़ दर्ज की प्राथमिकी.

नोएडा में सीवर की सफाई करने उतरे तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत

नोएडा के सेक्टर-110 में सीवर की सफाई करने उतरे तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई. घटना के बाद से नोएडा विकास प्राधिकरण का ठेकेदार फरार.

सफाईकर्मियों की मौत के लिए सरकारों में इच्छाशक्ति की कमी ज़िम्मेदार है: बेज़वाड़ा विल्सन

सफाई कर्मचारी आंदोलन के अध्ययन के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में 1470 सीवर सफाईकर्मियों की जान गई. इस दौरान दिल्ली में 74 सफाईकर्मियों की मौत सीवर साफ करते समय हुई.

दिल्ली में सीवर सफाई के दौरान फिर तीन कर्मचारियों की मौत

रविवार को दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में सफाई के दौरान तीनों कर्मचारी जहरीली गैस की चपेट में आ गए थे. 15 जुलाई को घिटोरनी इलाके में चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी.

दिल्ली में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार की मौत

टैंक की सफाई के लिए नीचे उतरे पांच कर्मचारियों को करीब घंटे भर के अभियान के बाद अचेत अवस्था में बाहर निकाला गया, जिसमें से इलाज के दौरान चार की मौत हो गई है.