जन गण मन की बात, एपिसोड 214: इराक़ में 39 भारतीय की हत्या के पीछे का सच क्या है?

जन गण मन की बात की 214वीं कड़ी में विनोद दुआ इराक़ में मारे गए 39 भारतीयों को लेकर केंद्र सरकार के खुलासे पर चर्चा कर रहे हैं.

इराक़ में मारे गए भारतीयों के परिवारवालों ने पूछा, केंद्र सरकार ने हमें अंधेरे में क्यों रखा?

विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. मारे गए हर भारतीय के परिजनों के लिए मांगा दो करोड़ रुपये का मुआवज़ा.

संविधान को पवित्र बताना और दीनदयाल उपाध्याय की तारीफ़ करना, साथ-साथ नहीं चल सकता: शशि थरूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हमें सही को सही और ग़लत का ग़लत कहने की ज़रूरत है.

गोरक्षा भारत के लिए नासूर बन गया है: तंजानिया के भारतीय मूल के सांसद

सांसद सलीम टर्की ने कहा, मैंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सामने यह मुद्दा उठाया, उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है

सवाल पाक की बदसलूकी का ही नहीं, आपकी रहबरी का भी है

क्या कारण है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नहीं बता पा रहीं कि वे और उनका मंत्रालय जाधव की मां व पत्नी को पाकिस्तान के मानवीय मुलाकात के झांसे से बचाने में क्यों विफल रहे?

कुलभूषण जाधव से उनकी मां को मातृभाषा में बात करने से रोका गया: भारत

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया.

पाकिस्तान ने दी जाधव को पत्नी और मां से मिलने की इजाज़त

पाकिस्तान सरकार ने आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान प्रवास के दौरान जाधव की मां और पत्नी की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा. साथ ही उनके साथ एक भारतीय राजनयिक को रहने की अनुमति दी जाएगी.

कुलभूषण जाधव मामला: पाकिस्तान ने दी पत्नी से मिलने की इजाज़त

पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने अप्रैल में जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी, जिस पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा भारत की अपील के बाद रोक लगा दी गई थी.

क्या विदेश मंत्रालय ने संघ और भाजपा के प्रचार का ज़िम्मा ले लिया है?

दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी से कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड एक ई-बुक में भाजपा को देश का एकमात्र राजनीतिक विकल्प बताया गया है.

कुलभूषण जाधव और फ़ारूक़ अहमद डार: एक देश, दो नागरिक, दो सुलूक

बीते दिनों सेना के हाथों दो भारतीय अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का शिकार हुए हैं, लेकिन भारत सरकार के अधिकारी और पूरा देश इनमें से सिर्फ एक के अधिकारों के लिए लड़ता दिख रहा है.