पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने करीब तीन महीने पहले तब भड़काऊ भाषण दिए थे जब वे हत्या के आरोपी चार दलितों की रिहाई के लिए प्रदर्शन कर रहे थे.
साल 2012 में मारुति के मानेसर संयंत्र में हुई हिंसा मामले में अदालत ने 13 मज़दूरों को उम्रक़ैद और 117 को बरी करने का फैसला सुनाया था.
हरियाणा पुलिस द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि अधिकतर मामलों में ऐसी घटनाएं स्कूल, कॉलेज या दफ्तर से आते-जाते वक़्त लड़कियों या महिलाओं के साथ होती हैं.
लड़की की मां ने अदालत से मांगी थी अनुमति. बलात्कार के आरोप में पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस ने शिकायत के बावजूद बरती लापरवाही, घटना में छह और लोगों के भी शामिल होने की आशंका.
रेवाड़ी ज़िले के एक गांव की तकरीबन 80 लड़कियां गांव के स्कूल को बारहवीं कक्षा तक करने की मांग के साथ भूख हड़ताल पर बैठी हैं. पढ़ाई के लिए गांव से दूर जाने पर रास्ते में होती है छेड़छाड़.
एक तरफ़ महिला सुरक्षा के लिए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे अभियान चल रहे हैं, दूसरी तरफ़, महिलाओं के ख़िलाफ़ यौन अपराध और हिंसा में कमी नहीं आ रही है.
हरियाणा के मानेसर स्थित मारुति सुजूकी प्लांट में हुई हिंसा के लिए स्थानीय अदालत ने 13 मज़दूरों को आजीवन कारावास और चार मज़दूरों को पांच साल की सज़ा सुनाई है.
हरियाणा की एक अदालत ने 2012 में मानेसर के मारुति प्लांट में हुई हिंसा के मामले में 31 लोगों को दोषी ठहराया है, जबकि 117 को बरी कर दिया है.