हिरासत में हिंसा और मौत के मामलों में गुजरात सरकार का अपनी पुलिस के साथ खड़े रहने का एक अनकहा-सा रिवाज़ रहा है, लेकिन संजीव भट्ट के मामले में ऐसा नहीं दिखता.
कांग्रेस द्वारा बनारस से नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ अजय राय को टिकट देने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. युवक के परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाया है. मामले की मजिस्ट्रियल जांच करने का आदेश.
दक्षिणी कश्मीर के अवंतिपुरा में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए एक स्कूल प्रिंसिपल रिज़वान असद पंडित की मौत पर पुलिस ने मजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है. परिजनों ने कहा, किसी जांच पर विश्वास नहीं.
बिहार के सीतामढ़ी जिले का मामला. हत्या और लूट के मामले में गिरफ़्तार किए गए गुफ़रान आलम और तसलीम अंसारी नामक युवकों के शरीर पर कीलों से बने घाव के निशान मिले.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुठभेड़ों, अपराधियों की हत्याओं और गिरफ्तारियों के आंकड़ों को उपलब्धियों की सूची में शामिल किया गया है जिसे गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रचारित किया जाएगा. मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने गणतंत्र दिवस से पहले सरकार की उपलब्धियों को पत्र के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को भेजा है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने भारत सरकार को पत्र लिख कर उत्तर प्रदेश में न्यायिक हिरासत में हुई हत्याओं में कार्रवाई की मांग की है.
दिल्ली हाईकोर्ट की पीठ ने कहा कि हिरासत में हो रही हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आरोपी और दोषी भी इंसान हैं. क़ानून सब के लिए बराबर है, चाहे वो वर्दी में हो या नहीं.
तकरीबन दो साल के धरने के बाद कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि युवक से मिलने पहुंचे और केंद्र से की दख़ल की मांग.