सार्वजनिक स्थल पर अपमान की मंशा से एससी/एसटी शख़्स पर आपत्तिजनक टिप्पणी अपराधः सुप्रीम कोर्ट

एक याचिका की सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि घर की चारदीवारी के भीतर, बिना किसी गवाह की अनुपस्थिति में अनुसूचित जाति/जनजाति के किसी व्यक्ति के ख़िलाफ़ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी अपराध के दायरे में नहीं आती है.

एससी एसटी क़ानून के तहत लाया गया राजस्थान पुलिस का सर्कुलर विधिसम्मत क्यों है

राजस्थान पुलिस के सर्कुलर में कहा गया है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के अभियुक्त को सीआरपीसी की धारा 41 ए का लाभ दिया जाना अधिनियम की मूल भावना के विपरीत है और इसके उद्देश्य को विफल करता है. कई समूहों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में 17 वर्षीय दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार

आरोपियों ने घटना का एक वीडियो भी बना लिया था और पीड़िता को इसकी जानकारी किसी को भी देने पर वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी थी. पांचों आरोपी गिरफ़्तार.