पद्मभूषण से सम्मानित अन्नपूर्णा देवी पिछले कई वर्षों से उम्र संबंधी बीमारियों में जूझ रही थीं. उस्ताद ‘बाबा’ अलाउद्दीन ख़ान की बेटी और शिष्य थीं. प्यार से लोग उन्हें ‘मां’ बुलाते थे.
रूढ़िवादी ताक़तों के उभार के कारण बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों की मेल-जोल वाली संगीत जैसी सांस्कृतिक परंपराएं ख़तरे में आ गई हैं.