चमकी बुखार: अगर नीतीश सरकार ने समय रहते तैयारी की होती, तो बच्चों की जानें बच सकती थीं

ग्राउंड रिपोर्ट: मुज़फ़्फ़रपुर और आस-पास के जिलों में चमकी बुखार का प्रकोप अप्रैल से शुरू होता है और जून के महीने तक मानसून आने तक बना रहता है. इस लिहाज़ से लोगों को जागरूक करने के लिए और अन्य आवश्यक तैयारियां जनवरी माह से शुरू हो जानी चाहिए थीं लेकिन गांवों में जाने पर जागरूकता अभियान के कोई चिह्न दिखाई नहीं देते.

छत्तीसगढ़: बस्तर जिले में जापानी बुखार से एक बच्चे की मौत

मामला बस्तर जिले के जगदलपुर का है. मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग के प्रमुख ने बताया कि दो दिन पहले अस्पताल में बुखार से पीड़ित चार बच्चों को भर्ती कराया गया था जिसमें से एक बच्चे की गुरुवार की रात मृत्यु हो गई.

साल दर साल काल के गाल में समाते बच्चे और गाल बजाते नेता

सोमवार को मुज़फ़्फ़रपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कई योजनाओं की घोषणा की, तो उन्हें 2014 में की गई घोषणाओं के बारे में ध्यान दिलाया गया, जिस पर वह असहज हो गए. दरअसल वे पांच साल पूर्व की गई अपनी ही घोषणाएं फिर से दोहरा रहे थे जो अब तक या तो अमल में ही नहीं आ सकी हैं या आधी-अधूरी हैं.

योगी का दावा, इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में भारी गिरावट आई है

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि अगस्त महीने में 100-150 बच्चों की मौत होती थी, जो इस बार घटकर छह पर पहुंच चुकी है.

गोरखपुर में इंसेफलाइटिस मरीज़ों के पुनर्वास के लिए बना विभाग बंद होने के कगार पर

इंसेफलाइटिस से विकलांग मरीजों के इलाज व पुनर्वास लिए बने विभाग के 11 कर्मियों को 27 महीने से ​नहीं मिला वेतन, तीन चिकित्सकों और स्टेनोग्राफर ने नौकरी छोड़ी.