यूथ कांग्रेस से ऑक्सीजन की मदद मांगने वाले न्यूजीलैंड दूतावास के कर्मचारी की कोरोना से मौत

इस महीने के शुरुआत में दिल्ली स्थित न्यूजीलैंड दूतावास ने ट्विटर पर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. को टैग कर ‘तत्काल’ उनके परिसर में ऑक्सीजन सिलेंडर देने की गुज़ारिश की थी. हालांकि जब इसे लेकर विवाद उठा कि भारत सरकार दूतावासों की मदद नहीं कर रही है, इसलिए उन्हें यूथ कांग्रेस से गुज़ारिश करनी पड़ रही है, तो न्यूजीलैंड दूतावास ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया था.

कोविड-19: दूतावासों के यूथ कांग्रेस से ऑक्सीजन मांगने पर उलझे विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता

दिल्ली में कोविड संकट के बीच फिलीपींस और न्यूज़ीलैंड दूतावासों द्वारा यूथ कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास बीवी से ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद मांगी गई थी, जिसे लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विदेश मंत्रालय पर निशाना साधा था. इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यूथ कांग्रेस द्वारा की गई आपूर्ति 'अनचाही' थी.

भारत-बांग्लादेश सीमा पर फंसे सौ के करीब भारतीय छात्र, उच्चायोग ने कहा- अपने हॉस्टल में रहें

बांग्लादेश में पढ़ने वाले इन मेडिकल छात्र-छात्राओं में अधिकतर जम्मू कश्मीर से हैं. कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज और हॉस्टल बंद होने के बाद वे घर लौट रहे थे.

सार्क बैठक: कोविड-19 आपात कोष के लिए भारत का 1 करोड़ डॉलर का प्रस्ताव, पाक ने कश्मीर मुद्दा उठाया

भारतीय अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे पर सार्क देशों के वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान ने कश्मीर के बारे में ‘अवांछित’ बयान देकर एक मानवीय मुद्दे का ‘राजनीतिकरण’ करने का प्रयास किया, जो इस तरह के मुद्दों से निपटने में उसके ढुलमुल रवैये को प्रदर्शित करता है.

कोरोना वायरसः ईरान में फंसे 234 भारतीय वापस लौटे, देश में संक्रमित लोगों की संख्या 93 हुई

विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर बताया कि ईरान में फंसे 234 भारतीय भारत पहुंच गए हैं जिनमें 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं. इसके साथ भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास ने कोरोना वायरस के मद्देनजर 16 मार्च से वीजा संबंधी प्रक्रियाओं को रद्द कर दिया है.

जेएनयू पर हमले की कहानी, चश्मदीदों की ज़ुबानी

रविवार को देर शाम जेएनयू में बड़ी संख्या में बाहर से आए नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया. इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कई छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चोटें आईं.

जेएनयू हिंसा अमित शाह के संरक्षण में हुई, मामले की न्यायिक जांच हो: कांग्रेस

जेएनयू परिसर में रविवार देर रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलानी पड़ी थी.

क्या जेएनयू में हमले की योजना बना रहे वॉट्सऐप मैसेज वाले नंबर एबीवीपी कार्यकर्ताओं के हैं?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वॉट्सऐप मैसेज इस ओर इशारा करते हैं कि जो लोग नकाब पहनकर जेएनयू कैंपस में घुसे थे वे एबीवीपी के नेता और कार्यकर्ता हो सकते हैं.

युद्ध से नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर को समृद्ध बनाकर जीतें पीओके: सत्यपाल मलिक

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हमारे कई मंत्री पीओके पर हमला कर उसे वापस लेने के बारे में बात कर रहे हैं. मेरा मानना है कि अगर पीओके अगला लक्ष्य है तो हम इसे जम्मू कश्मीर के विकास के आधार पर ले सकते हैं.

पीओके भारत का हिस्सा, एक दिन हमारे अधिकार क्षेत्र में होगा: विदेश मंत्री एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के सौ दिन पूरे होने के मौके पर अपने मंत्रालय का ब्योरा पेश करते हुए कहा कि एक सीमा के बाद इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि कश्मीर पर लोग क्या कहेंगे.

मॉब लिंचिंग रोकने के लिए बने मंत्रियों के समूह की अध्यक्षता करेंगे अमित शाह

लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के संबंध में उपाय सुझाने के लिए पिछले साल मंत्रियों के एक समूह का गठन किया गया था, अब इसकी अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह करेंगे.

झारखंड मॉब लिंचिंग: अमेरिकी संस्था ने तबरेज अंसारी की हत्या की निंदा की

अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने बीते 21 जून को जारी किए गए रिपोर्ट में कहा था कि भारत में 2018 में गायों के व्यापार या गोवध की अफवाह पर अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर, मुसलमानों के खिलाफ चरमंपथी हिंदू समूहों ने हिंसा की है.

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा- धार्मिक स्वतंत्रता से समझौता हुआ तो बदतर हो जाएगी दुनिया

बीते 21 जून को अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में गायों के व्यापार या गोवध की अफवाह पर अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर, मुसलमानों के खिलाफ चरमंपथी हिंदू समूहों ने हिंसा की है.

सत्ता के मन में उपजे हिंदी प्रेम के पीछे राजनीति है, न कि भाषा के प्रति लगाव

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पहले मसौदे में हिंदी थोपने की कथित कोशिश पर मचे हंगामे को देखते हुए एक बात साफ है कि इस हो-हल्ले का हिंदी से कोई वास्ता नहीं है. हिंदी थोपने या ख़ारिज करने की इच्छा का संबंध हिंदी राष्ट्रवाद, धर्म, जाति और अंग्रेज़ी से एक असहज जुड़ाव जैसी बातों से हो सकता है, मगर इसका संबंध उस भाषा से कतई नहीं है, जिसका नाम हिंदी है.