अभिनेत्री कंगना रनौत कथित तौर पर भड़काऊ ट्वीट करने के लिए जानी जाती रही हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल में भाजपा पर ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस की जीत और चुनाव बाद हिंसा को लेकर राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए हिंसा के लिए बनर्जी को क़सूरवार ठहराया था और उन्हें ऐसे नामों से संबोधित किया था, जिनको प्रकाशित नहीं जा सकता है.
नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ बैठे किसानों को पंजाब के गायकों का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है. नवंबर के अंत से जनवरी के पहले सप्ताह तक विभिन्न गायकों के दो सौ अधिक ऐसे गीत आ चुके हैं, जो किसानों के आंदोलन पर आधारित हैं.
उर्मिला मातोंडकर 2019 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई थीं. उन्होंने मुंबई नॉर्थ से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन भारी मतों से हार गई थीं. इसके बाद उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाकर सितंबर 2019 में पार्टी छोड़ दी थी.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि किसी नागरिक के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयान के चलते सरकार ऐसे दुर्भावनापूर्ण क़दम नहीं उठा सकती है. कोर्ट ने कंगना रनौत के बयान को भी अस्वीकार किया और कहा कि उन्हें सार्वजनिक टिप्पणी करते वक़्त सावधानी बरतनी चाहिए. बीते नौ सितंबर को बीएमसी अभिनेत्री के बांद्रा स्थित बंगले में हुए ‘अवैध निर्माणों’ को ढहा दिया था.
गीतकार जावेद अख़्तर ने अदालत से शिकायत में कहा है कि कंगना रनौत ने उनके ख़िलाफ़ निराधार टिप्पणयां की हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. उन्होंने अभिनेत्री के ख़िलाफ़ मानहानि संबंधी धाराओं में कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
नौ सितंबर को इंडिगो की चंडीगढ़-मुंबई फ्लाइट में अभिनेत्री कंगना रनौत सवार थीं. इस दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के आरोप हैं. इसके बाद डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को चेताया है कि अगर आगे ऐसा हुआ तो दो हफ़्तों के लिए फ्लाइट सस्पेंड कर दी जाएगी.
भाजपा फिल्म उद्योग पर अपनी पकड़ बनाना चाहती है, ऐसी कोशिशें इससे पहले भी कई सरकारों द्वारा की जा चुकी हैं.
कंगना रनौत का एक साथी महिला कलाकार के काम को नकारते हुए उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास और घर गिराए जाने की तुलना बलात्कार से करना दिखाता है कि फेमिनिज़्म को लेकर उनकी समझ बहुत खोखली है.
कंगना रनौत के उकसावे वाले बयानों पर शिवसेना की प्रतिक्रिया उनकी ग़लत प्राथमिकताओं को दिखाती है.
मीडिया के पास कुछ हद तक जनमत निर्माण की ताक़त हमेशा से थी, मगर उसकी एक सीमा थी, उनके द्वारा उठाए मुद्दे में कुछ दम होना ज़रूरी होता था. आज हाल यह है कि मीडिया में भारत-चीन सीमा विवाद से ज़्यादा तवज्जो कंगना रनौत विवाद को दी जा रही है.
9 सितंबर को इंडिगो की चंडीगढ़-मुंबई फ्लाइट में अभिनेत्री कंगना रनौत सवार थीं. इस दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के आरोप हैं. इसके बाद डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को चेताया है कि अगर आगे ऐसा हुआ तो दो हफ़्तों के लिए फ्लाइट सस्पेंड कर दी जाएगी.
वीडियो: अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की गिरफ़्तारी से लेकर कंगना रनौत की वाई सिक्योरिटी तक जैसे मुद्दे समाचार चैनलों और सोशल मीडिया पर बहस का विषय बने हुए हैं. इस पर अभिनेत्री स्वरा भास्कर से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
आरटीआई के तहत प्राप्त की गई जानकारी से पता चला था कि एक मार्च 2016 से लेकर आठ जुलाई 2019 के बीच बीएमसी को अवैध निर्माण की कुल 94,851 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, लेकिन उस समय तक इसमें से सिर्फ़ 5,461 मामलों में ही कार्रवाई की गई थी.
वीडियो: सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ड्रग्स से जुड़े पहलू को लेकर रिया चक्रवर्ती से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा पूछताछ की जा रही है. ब्यूरो जाते समय रिया के साथ हुए मीडिया के दुर्व्यवहार पर वरिष्ठ पत्रकार प्रभात शुंगलू से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
बीते रविवार को अभिनेत्री कंगना रनौत ने ट्विटर पर भारत में जाति-व्यवस्था, आरक्षण और भेदभाव को लेकर टिप्पणियां की थीं.