एमके स्टालिन निर्विरोध द्रमुक के अध्यक्ष चुने गए

एमके स्टालिन को 2013 में द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और 2017 में द्रमुक का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था.

जन गण मन की बात, एपिसोड 286: राफेल सौदे पर मोदी सरकार की चुप्पी और स्मारकों की राजनीति

जन गण मन की बात की 286वीं कड़ी में विनोद दुआ राफेल सौदे पर उठाए गए सवालों पर मोदी सरकार की चुप्पी और नेताओं के स्मारक बनाने पर चर्चा कर रहे हैं.

जन गण मन की बात, एपिसोड 285: एम. करुणानिधि और राफेल सौदे पर सवाल

जन गण मन की बात की 285वीं कड़ी में विनोद दुआ एम. करुणानिधि और राफेल सौदे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता प्रशांत भूषण द्वारा उठाए गए सवालों पर चर्चा कर रहे हैं.

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि का निधन, स्मारक बनाने को लेकर विवाद शुरू

पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे 94 वर्षीय करुणानिधि ने चेन्नई के कावेरी अस्पताल में मंगलवार शाम ली आख़िरी सांस. लंबे समय से थे बीमार. मरीना बीच पर स्मारक बनाने को लेकर शुरू विवाद हाईकोर्ट पहुंचा.

करुणानिधि की बीमारी के सदमे से 21 पार्टी कार्यकर्ताओं की मृत्यु: द्रमुक

द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष और करुणानिधि के पुत्र एमके स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं की मृत्यु पर दुख जताया और अपील की कि पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के मद्देनज़र कोई कठोर क़दम न उठाया जाए.

मैं एमजीआर नहीं हूं लेकिन ग़रीबों के हित वाला उनके जैसा शासन दे सकता हूं: रजनीकांत

रजनीकांत ने कहा कि मुख्यमंत्री जयललिता के निधन और 93 वर्षीय द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि के ख़राब स्वास्थ्य की वजह से राज्य की राजनीति में एक अच्छे नेता की जगह ख़ाली है.

क्या रजनीकांत फिल्मों के बाद ‘आध्यात्मिक राजनीति’ के दम पर तमिलनाडु पर राज कर पाएंगे?

तमिलनाडु के मंझे हुए राजनीतिक पर्यवेक्षकों का काफी हद तक यह मानना है कि रजनीकांत के राजनीति में शामिल होने के फैसले के तार भाजपा से जुड़े हुए हैं.

क्या 2जी मामला अब भाजपा के जी का जंजाल बनने वाला है?

अगर सीबीआई और इसके वकील हाईकोर्ट में नेताओं और कारोबारियों के बीच सांठगांठ को साबित करने में नाकाम रहते हैं, तो 2019 के आम चुनाव में भाजपा को कुछ गंभीर सवालों का सामना करना पड़ेगा.

क्या मोदी सरकार वाकई भ्रष्टाचार से लड़ने के प्रति गंभीर है?

ऐसा लगता है कि मोदी के लिए भ्रष्टाचार भी बस एक और ‘जुमला’ था क्योंकि भाजपा द्वारा भ्रष्टाचार के लिए जिन्हें निशाना बनाया गया, वे न सिर्फ जीवित हैं, बल्कि उसके नेतृत्व में फल-फूल भी रहे हैं.

भारतीय राजनीति और परिवारवाद

राजनीति में परिवारवाद से दूर रहने की सबसे ज़्यादा ज़रूरत दलित-पिछड़े नेतृत्व को है, लेकिन दुखद यह है कि ये ताकतें सबसे पहले अपने परिवार को ही अपनी विरासत सौंपती हैं.