उत्तर प्रदेश: 350 पुलिसकर्मियों की निगरानी में 80 साल बाद घोड़े पर निकली दलित की बारात

कासगंज जिले में निज़ामपुर गांव के ठाकुरों ने धमकी दी थी कि अगर गांव में घोड़े पर बैठकर किसी दलित की बारात निकली, तो दोनों समुदायों में टकराव की स्थिति पैदा हो जाएगी.