‘हमरा नाम परपेंडीकुलर है और हम आपकी दुकान लूटने आए हैं’

गैंग्स आॅफ वासेपुर, बैंजो और धड़क जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता आदित्य कुमार बॉलीवुड में अब तक की अपनी यात्रा के बारे में फ़ैयाज़ अहमद वजीह से चर्चा कर रहे हैं.

कुछ लोग ख़बरों में बने रहने के लिए राष्ट्रवाद का बिल्ला दिखाते फिरते हैं: अनुराग कश्यप

फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने कहा कि आज के समय में राष्ट्रवाद के बिना खेल आधारित बायोपिक फिल्में बनाना असंभव है.

हमें किसी ने ब्रेक नहीं दिया, हम एक-एक सीन टपकते-टपकते इकट्ठा हो गए: पंकज त्रिपाठी

पंकज त्रिपाठी जब बिहार के छोटे से गांव से पटना पहुंचे तो उन्हें डॉक्टर बनना था, लेकिन वह छात्र राजनीति में कूद पड़े. राजनीति से रंगमंच के रास्ते उनका सफर मुंबई तक पहुंच गया है.