महाराष्ट्र: पालघर मॉब लिंचिंग मामले में 89 आरोपियों को ज़मानत मिली

पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल, 2020 को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. मामले में कुल 201 लोग गिरफ़्तार किए गए थे, जिनमें से 75 मुख्य आरोपी जेल में हैं.

पालघर मॉब लिंचिंग: 134 गिरफ्तार आरोपियों में से 61 न्यायिक और 51 पुलिस हिरासत में भेजे गए

महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस ने तीन प्राथमिकियां दर्ज की हैं. दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के पहले मामले में अदालत ने सात में से छह आरोपियों को 19 मई तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया, वहीं एक किशोर आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के पास भेजा गया.

कौन पालघर लिंचिंग को सांप्रदायिक रंग दे रहा है?

वीडियो: महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं सहित तीन लोगों की चोरी की अफवाह में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस का कहना है कि गांव वालों ने तीनों पीड़ितों को चोर समझ लिया था. इस मुद्दे पर द वायर की सीनियर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद से चर्चा की.

पालघर मॉब लिंचिंग में गिरफ्तार 101 आरोपियों में से कोई भी मुस्लिम नहीं: महाराष्ट्र गृहमंत्री

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देखमुख ने कहा कि पालघर में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किए गए 101 लोगों में से कोई भी मुस्लिम नहीं है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना के बाद साम्प्रदायिक राजनीति की जा रही है.

पालघर मॉब लिंचिंग हिंदू-मुस्लिम या किसी भी तरह की सांप्रदायिक घटना नहीं है: उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि वे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें जो पालघर जिले में भीड़ हत्या के मामले को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं.

महाराष्ट्र: दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या, नौ नाबालिगों सहित 100 से अधिक गिरफ्तार

मामला महाराष्ट्र के पालघर जिले का है. महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी पालघर जिले के विक्रमगढ़ तालुका के स्थानीय आदिवासी हैं. मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने दावा किया कि गांव वालों ने तीनों पीड़ितों को चोर समझ लिया था.