आसाराम की ज़मानत याचिका के ख़िलाफ़ पीड़िता के पिता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, कहा- परिवार को ख़तरा

जोधपुर की एक अदालत ने साल 2018 को आसाराम को 2013 में अपने आश्रम में एक किशोरी के साथ बलात्कार करने का दोषी पाने के बाद उम्रकैद की सज़ा सुनाई थी. अब आसाराम ने अपनी विभिन्न बीमारियों का हवाला देते हुए याचिका दायर कर सज़ा निरस्त करने और अंतरिम ज़मानत की मांग की है.

जन गण मन की बात, एपिसोड 232: बलात्कार मामले में आसाराम को उम्रक़ैद

जन गण मन की बात की 232वीं कड़ी में विनोद दुआ नाबालिग लड़की से बलात्कार मामले में आसाराम को मिली उम्रक़ैद की सज़ा पर चर्चा कर रहे हैं.

आसाराम को उम्रक़ैद: पीड़िता के पिता ने कहा, बेटी की हिम्मत से ढोंगी बाबा को मिली सज़ा

पीड़िता के पिता ने कहा कि पिछले चार साल के दौरान हमारा घर से निकलना बंद हो गया था. पीड़िता के प्राचार्य ने बताया कि वे उसकी जन्मतिथि बदलवाना चाहते थे ताकि आसाराम को पॉक्सो क़ानून के तहत कड़ी सज़ा से बचाया जा सके.

बलात्कार के आरोपी आसाराम पर फैसला कल, जोधपुर में कड़ी सुरक्षा

आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है. साल 2013 से वह विभिन्न अपराधों के आरोप में जेल में बंद हैं. राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में भी सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम.

सलमान को सज़ा सुनाने वाले और ज़मानत पर सुनवाई कर रहे जजों का तबादला

राजस्थान में ज़िला एवं सत्र न्यायालय के 87 जजों का तबादला किया गया. काला हिरण शिकार मामले में सलमान को पांच साल की सज़ा सुनाने वाले जज देव कुमार खत्री का नाम भी शामिल.

सलमान ख़ान की ज़मानत याचिका पर फैसला सुरक्षित, अभी जेल में ही रहेंगे

गुरुवार को जोधपुर अदालत ने सलमान ख़ान को काला हिरण शिकार मामले में पांच साल की कारावास और 10,000 रुपये जुर्माने की सज़ा सुनाई थी.

काला हिरण शिकार मामले में सलमान को पांच साल की सज़ा, जोधपुर केंद्रीय कारागार भेजे गए

फिल्म हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान 2 अक्टूबर 1998 को हुई थी घटना. अभिनेता सैफ़ अली ख़ान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम भी आरोपी थे, जिन्हें बरी कर दिया गया.