कारीगरों का कहना है कि लागत बढ़ने की वजह से इस बार छोटे पुतलों के आॅर्डर आ रहे हैं, वहीं कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों की मांग न के बराबर रह गई है.
लगातार चीनी सामानों के बहिष्कार अभियान के चलते व्यापारियों ने चीन से सामान आयात करने के लिए कम आॅर्डर दिए हैं.