कैराना सीट: भाजपा उम्मीदवार को अपनी ही पार्टी की वजह से हार का ख़तरा है

कैराना उत्तर प्रदेश की उन तीन सीटों में शामिल है, जहां 2018 के उपचुनाव में भाजपा हार गई थी. भाजपा ने इस सीट से इस बार गुर्जर नेता हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह का टिकट काटकर प्रदीप चौधरी को टिकट दिया है. वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग बता रहे हैं प्रदीप चौधरी को उनकी ही पार्टी से ख़तरा है.

क्या 2019 में विपक्ष एकजुट होकर मोदी को रोक पाएगा?

आम तौर पर उपचुनाव या स्थानीय चुनाव परिणाम को प्रधानमंत्री से जोड़कर नहीं देखा जाता, लेकिन जब प्रधानमंत्री हर छोटे-बड़े चुनाव में पार्टी का स्टार प्रचारक बन जाएं तो ऐसे में हार को उनकी छवि और गिरती साख से अलग कर पाना मुश्किल हो जाता है.

भाजपा को ईवीएम में गड़बड़ी का नुकसान उपचुनाव में उठाना पड़ा: देवेंद्र फड़णवीस

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भंडारा-गोंदिया उपचुनाव में मिली हार पर कहा कि यदि चुनाव मानसून में होता तो भाजपा ज़रूर जीतती. उधर, एक भाजपा विधायक ने उत्तर प्रदेश में मिली हार के लिए योगी सरकार, उनके मंत्रियों और नौकरशाही को ज़िम्मेदार ठहराया है.

उपचुनाव परिणाम: लगता है जिन्ना के भूत पर गन्ना ​किसानों की पीड़ा भारी पड़ गई

वीडियो: विभिन्न राज्यों की चार लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों का विश्लेषण कर रहे हैं द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु, अजय आशीर्वाद और कबीर अग्रवाल.

उपचुनाव परिणाम: कैराना में रालोद आगे, कर्नाटक की राज राजेश्वरी सीट पर कांग्रेस जीती

महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट भाजपा ने जीत ली है. केरल में माकपा, उत्तराखंड में भाजपा, बिहार में आरजेडी जीती. चार लोकसभा और विभिन्न राज्यों की 11 विधानसभा सीटों पर हाल ही में उपचुनाव संपन्न हुए थे.

कैराना उपचुनाव: क्या विपक्षी एकता ‘पूरब’ में मिली सफलता को ‘पश्चिम’ में दोहरा पाएगी?

उत्तर प्रदेश में कैराना सीट पर लोकसभा उपचुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है. यहां मुख्य मुक़ाबला भाजपा और राष्ट्रीय लोक दल के ​बीच है. राष्ट्रीय लोक दल को सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कई छोटे दलों का समर्थन प्राप्त है.