विकास मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ऐसी खबरें मिल रही थीं कि दिल्ली में फल और सब्ज़ी की कीमतें बढ़ रही थीं और किसानों को नुकसान हो रहा था, क्योंकि वे अपनी उपज बेचने में असमर्थ थे, इसलिए यह निर्णय किया गया.
भारत की मिथकीय कल्पना एक शाकाहारी समाज के तौर पर की जाती रही है, लेकिन किसी भी सामाजिक समूह के खान-पान या आहार की आदतों से जुड़ा कोई दावा पूरी तरह सही नहीं हो सकता.