राम सेतु, गीता, संस्कृत और आयुर्वेद जैसे विषयों पर अनुसंधान करें इंजीनियर: एचआरडी मंत्री

एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आईआईटी खड़गपुर के 65वें दीक्षांत समारोह में कहा कि हिमालय ‘नीलकंठ’ की तरह सारा विष पीकर विकसित देशों के प्रदूषण से पर्यावरण को बचा रहा है. इससे पहले आईआईटी बॉम्बे के दीक्षांत समारोह में निशंक ने कहा था कि परमाणु और अणु की खोज चरक ऋषि ने की थी.

आईआईटी बॉम्बे में बोले एचआरडी मंत्री, चरक ऋषि ने की थी परमाणु की खोज

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आईआईटी-बॉम्बे के 57वें दीक्षांत समारोह में कहा कि नासा कह रहा है कि अगर निकट भविष्य में बोलते हुए कंप्यूटर हकीकत बन पाए तो यह संस्कृत के कारण ही संभव होगा.

फीस को लेकर छात्रों के विरोध के बाद टिस का हैदराबाद कैंपस अनिश्चितकाल के लिए बंद

टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस (टिस) के हैदराबाद कैंपस में छात्रों का विरोध प्रदर्शन बीते हफ़्ते शुरू हुआ था. फीस में बढ़ोतरी और लड़कियों के हॉस्टल के आसपास सुरक्षा की कमी के विरोध में भूख हड़ताल पर हैं.

सत्ता के मन में उपजे हिंदी प्रेम के पीछे राजनीति है, न कि भाषा के प्रति लगाव

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पहले मसौदे में हिंदी थोपने की कथित कोशिश पर मचे हंगामे को देखते हुए एक बात साफ है कि इस हो-हल्ले का हिंदी से कोई वास्ता नहीं है. हिंदी थोपने या ख़ारिज करने की इच्छा का संबंध हिंदी राष्ट्रवाद, धर्म, जाति और अंग्रेज़ी से एक असहज जुड़ाव जैसी बातों से हो सकता है, मगर इसका संबंध उस भाषा से कतई नहीं है, जिसका नाम हिंदी है.

एनसीईआरटी ने इतिहास की किताब से राष्ट्रवाद समेत तीन अध्याय हटाया

एनसीईआरटी ने कक्षा दसवीं की किताब से जिन तीन अध्यायों को हटाया है, उनमें से एक भारत-चीन क्षेत्र में राष्ट्रवाद का उदय, दूसरा उपन्यासों के ज़रिये समकालीन विश्व के इतिहास का विवरण और तीसरा दुनिया के शहरों का विकास शामिल है.

‘भीख का कटोरा’ बयान पर जावड़ेकर की सफ़ाई, बोले- अनजाने में किया ग़लत शब्द का इस्तेमाल

पुणे में एक स्कूली कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि स्कूलों को सरकार के सामने कटोरा लेकर मदद मांगने की बजाय पूर्व छात्रों से मदद लेनी चाहिए.

पढ़ाई छोड़ने वालों में दलित और मुस्लिम बच्चों की संख्या सबसे ज़्यादा: सरकार

मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा में अनुसूचित जाति के बच्चों की औसत ड्रॉप आउट दर 4.46, अनुसूचित जनजाति की 6.93 और मुस्लिम समुदाय की 6.54 फीसदी है.

‘हिंदू-मुस्लिम दंगे और जाति आधारित संघर्षों को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं करना चाहिए’

भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के प्रमुख ब्रज बिहारी कुमार ने कहा कि जेएनयू शिक्षा का नहीं बल्कि कार्यकर्ता तैयार करने का स्थान बनता जा रहा है.