‘मैदान’ फिल्म भारतीय फुटबॉल के उस स्वर्णिम इतिहास की कहानी है, जो वर्तमान में कहीं खो गया है

फुटबॉल में भारत का शानदार इतिहास होने के बाद भी ये खेल आज न तो लोगों के दिलों में है और न ही मैदान में अपनी स्वर्णिम विरासत को आगे लेकर बढ़ पाया है. शायद देश ने फुटबॉल को भुला दिया है, या यूं कहें कि ये खेल राजनीति की भेंट चढ़ गया है.

गुटखा विज्ञापन: केंद्र ने कोर्ट को बताया- अजय देवगन, अक्षय और शाहरुख़ को नोटिस जारी किया गया

याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में दलील दी है कि उन अभिनेताओं और गणमान्य व्यक्तियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्हें उच्चस्तरीय पुरस्कार दिए गए हैं, लेकिन वे गुटखा कंपनियों के लिए विज्ञापन कर रहे हैं. अभिनेता अक्षय कुमार, अजय देवगन और शाहरुख़ ख़ान एक गुटका कंपनी के विज्ञापन में प्रमुखता से नज़र आते हैं.

तत्काल न्याय देने वाले सिंघम जैसे पुलिसकर्मी वाली फ़िल्में ख़तरनाक संदेश देती हैं: हाईकोर्ट जज

बॉम्बे हाईकोर्ट के जज जस्टिस गौतम पटेल ने कहा कि जब जनता सोचती है कि अदालतें अपना काम नहीं कर रही हैं, तो वह पुलिस के क़दम पर जश्न मनाती है. यही कारण है कि जब कोई रेप आरोपी कथित तौर पर भागने की कोशिश में मुठभेड़ में मारा जाता है, तो उन्हें लगता है कि न्याय मिल गया, लेकिन क्या सच में इंसाफ़ मिला.

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: ‘सूरारई पोटरु’ सर्वश्रेष्ठ फिल्म, अजय और सूर्या सर्वश्रेष्ठ एक्टर

एयर डेक्कन के संस्थापक कैप्टन जीआर गोपीनाथ के जीवन से प्रेरित तमिल भाषा की फिल्म ‘सूरारई पोटरु’ के लिए अपर्णा बालमुरली को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. शालिनी उषा नायर और निर्देशक सुधा कोंगारा को सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला, जबकि सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार जीवी प्रकाश कुमार ने अपने नाम किया. सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय मनोरंजक फिल्म के अलावा ओम राउत की फिल्म ‘तान्हाजी’ के लिए नचिकेत बर्वे और महेश शेरला ने सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर का

अगर कोई हिंदी नहीं बोलता तो देश उसका नहीं, उसे कहीं और चले जाना चाहिए: यूपी के मंत्री

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद ने कहा कि जिसे हिंदुस्तान में रहना है उसे हिंदी से प्रेम करना होगा. अगर ऐसा नहीं है तो माना जाएगा वो विदेशी हैं या विदेशी ताक़तों से उनका संबंध है.

हिंदी को लेकर जारी फिल्मी हस्तियों की बहस के बीच दो पूर्व सीएम बोले, यह राष्ट्रभाषा नहीं

बीते दिनों कन्नड अभिनेता किचा सुदीप द्वारा हिंदी को राष्ट्रभाषा कहने के संबंध में एक बयान दिया था, जिस पर बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने पटलवार करते हुए कहा था कि हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी. हिंदी फिल्मों की तुलना में दक्षिण की ‘केजीएफ चैप्टर 2’ और ‘आरआरआर’ जैसी फिल्मों की सफलता ने हिंदी बनाम अन्य की बहस को फिर से तेज़ कर दिया है.

बॉलीवुड का नया ‘आदर्श’ भारतीय, राष्ट्रवादी और सरकार का पैरोकार है

अब फिल्मों में एक नया तत्व दिखाई दे रहा है. यह है उग्र राष्ट्रवादी तेवर, जो न सिर्फ सोशल मीडिया और समाज के एक ख़ास वर्ग में दिखाई देने वाली भावावेश भरी राष्ट्रीयता से मेल खाता है, बल्कि वर्तमान सरकार के एजेंडे के साथ भी अच्छे से कदम मिलाकर चलता है.