महाराष्ट्र: वन विभाग ने कर्मचारियों से फोन पर ‘हेलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ कहने का आदेश जारी किया

इस आदेश से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के नवनियुक्त संस्कृति एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सभी सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में फोन रिसीव करने पर ‘हेलो’ के स्थान पर ‘वंदे मातरम’ कहने का निर्देश दिया था.

अमर चित्र कथा में मणिपुरी योद्धा को आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बताने पर प्रकाशक ने माफ़ी मांगी

‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से कॉमिक बुक ‘अमर चित्र कथा’ ने ‘स्वतंत्रता संग्राम के आदिवासी नेता’ नामक एक संग्रह प्रकाशित किया था, जिसमें ब्रिटिशराज के मणिपुरी सेनानायक पाउना ब्रजवासी की कहानी को भी शामिल किया था. मणिपुर के छात्र संगठनों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि ब्रजवासी न तो आदिवासी थे और न ही उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था.

महाराष्ट्र सरकार के अधिकारी दफ़्तरों में फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहें: मंत्री

महाराष्ट्र में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बनाए जाने के बाद लिए गए अपने पहले फैसले में भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों को अपने दफ़्तर में फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहने संबंधी आदेश 18 अगस्त तक जारी कर दिया जाएगा.

‘बिना तिरंगे के परिवारों पर भरोसा नहीं’ वाले बयान पर आलोचना से घिरे उत्तराखंड भाजपा प्रमुख

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि करोड़ों लोगों के पास अपने रोज़ाना के भोजन का प्रबंधन करना एक बड़ा सवाल है. ये लोग झंडे के लिए पैसे की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं. उत्तराखंड भाजपा के प्रमुख महेंद्र भट्ट ने कहा था कि भारत उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकता, जो राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराते हैं.

क्या न्यू इंडिया में होने वाले आज़ादी के जश्न में जवाहरलाल नेहरू की कोई जगह नहीं है

भारत की स्वतंत्रता के 75 साल का जश्न मनाने के लिए चल रहे 'आज़ादी के अमृत महोत्सव' के आधिकारिक पत्राचार में देश के वर्तमान और एकमात्र 'प्रिय नेता' का ही ज़िक्र और तस्वीरें दिखाई दे रहे हैं.

विपक्ष ने पूछा, संघ के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीर क्यों नहीं लगी है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दो अगस्त को आज़ादी के 75वें वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में लोगों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डिस्प्ले तस्वीर के रूप में तिरंगा लगाने का आह्वान किया था. आरएसएस और इसके प्रमुख मोहन भागवत द्वारा अब तक अपने एकाउंट पर राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीर नहीं लगाने पर कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया है. 

आज़ादी का अमृत महोत्सव: सुप्रीम कोर्ट के ईमेल में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर पर विवाद

अगले साल स्वतंत्रतता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ नाम के कार्यक्रम का केंद्र सरकार देशभर में प्रचार कर रही है. सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री की ओर से महोत्सव को लेकर वकीलों को भेजे गए ईमेल के निचले हिस्से में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी थी. इस पर एक वकील की ओर से कहा गया था कि यह तस्वीर स्वतंत्र निकाय के रूप में सुप्रीम कोर्ट की स्थिति और सरकार का हिस्सा न होने

‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ में नेहरू की तस्वीर न होने पर विवाद, कांग्रेस ने की आलोचना

भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद द्वारा आज़ादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है. संस्था द्वारा जारी एक तस्वीर में महात्मा गांधी, बाबा साहब आंबेडकर, सरदार पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, राजेंद्र प्रसाद, भगत सिंह, मदनमोहन मालवीय और विनायक दामोदर सावरकर के चित्र हैं, लेकिन नेहरू की तस्वीर ग़ायब है. राहुल गांधी ने पूछा है कि नेहरू को लोगों के दिल से कैसे निकालोगे?

अगर तिरंगा फहराना ही देशभक्ति है तो संघ पंद्रह साल पहले ही देशभक्त हुआ है

क्या 2002 के पहले तिरंगा भारतीय राष्ट्र का राष्ट्रध्वज नहीं था या फिर आरएसएस खुद अपनी आज की कसौटी पर कहें तो देशभक्त नहीं था?