पांच साल में बैंकों के साथ 1,00,718 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 23,866 मामले सामने आए : रिज़र्व बैंक

आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2017 तक सभी बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 8,40,958 करोड़ रुपये थीं. सबसे अधिक एनपीए भारतीय स्टेट बैंक का 2,01,560 करोड़ रुपये था.