ग्राउंड रिपोर्ट: लेफ्ट/ माकपा के समर्थकों का एक बड़ा वर्ग इसलिए भाजपा के साथ खड़ा है क्योंकि वे ममता बनर्जी को सबक सिखाना चाहते हैं.
ममता न तो अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के आरोपों-अफवाहों पर लगाम कस पा रही हैं और न ही बहुसंख्यक उग्रता पर. आखिर सांप्रदायिकता को रोकने में बहुसंख्यक वोटों की सरकारों की तरह अल्पसंख्यक वोटों की सरकारें भी क्यों लाचार नज़र आती हैं?