घरवालों के लिए जामिया की पहचान महज़ ‘मुस्लिम’ यूनिवर्सिटी की ही थी

कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र शिशिर अग्रवाल अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.

‘वसुधैव कुटुंबकम की परंपरा से आने वाले भूल गए हैं कि मेहमानों का स्वागत कैसे करना चाहिए’

कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र अंकित पाठक अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.

‘एनएसयूआई का प्रत्याथी था, मेरा भाषण वामपंथी नेता ने लिखा, एबीवीपी के ​सीनियर ने चंदा दिया’

कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता रमेश यादव अपना अनुभव साझा कर रहे हैं.

‘मां नहीं चाहती थीं कि मैं जेएनयू पढ़ने जाऊं, तो मैंने मरने की ठान ली’

कैंपस की कहानियां: इस विशेष सीरीज़ में दिल्ली में अनुवादक का काम करने वाली रश्मि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से जुड़े अपने अनुभव साझा कर रही हैं.