हाल में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रचा और पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद राज्य में सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं. इसके साथ ही भाजपा 1985 के बाद से उत्तर प्रदेश में सत्ता बरक़रार रखने वाली पहली पार्टी बन गई है.
गाजियाबाद से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने बीते मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मामले को विधानसभा में उठाने की मांग की थी. स्पीकर से इजाज़त न मिलने के बाद 100 से अधिक भाजपा विधायकों के साथ विपक्ष के विधायक भी गुर्जर के समर्थन में धरने पर बैठ गए, जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
पुलिस ने बताया कि 45 वर्षीय संजय गौतम सुभारती विश्वविद्यालय में विज्ञान विभाग कार्यालय में अधीक्षक थे. बाइक से विश्वविद्यालय से घर लौटने के दौरान तीन बाइकों से आए नौ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और फिर कथित तौर पर पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी.
यह मामला सोनभद्र ज़िले के ओबरा थाना के परसोई गांव का है. पुलिस ने सात लोगों को गिरफ़्तार किया है. ताज़िया रखने के लिए बनाए गए चबूतरे के पास संघ की शाखा चलाने को लेकर था विवाद.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में भले ही किसी मुसलमान को टिकट नहीं दिया था लेकिन योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में एकमात्र मुसलमान मोहसिन रज़ा को जगह मिली है.
सवाल यह है कि अजय सिंह बिष्ट उपनाम योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी को कैसे देखा जाए? आरंभ में आपको अटपटा लग सकता है लेकिन थोड़ा धैर्य से सोचेंगे तो पाएंगे कि संन्यासी का राजनीति से एक नाभि-नाल का संबंध रहा है.