ओडिशा: सरकारी अस्पताल में 18 दिनों के भीतर 13 बच्चों की मौत, जांच के आदेश

ओडिशा के क्योंझर ज़िला मुख्यालय अस्पताल में बड़ी संख्या में लोगों ने चिकित्सकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन किया और आरोप लगाया कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण बच्चों की मौत हुई. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने ज़िला प्रशासन को मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. 

फ़िरोज़ाबाद: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डेंगू प्रभावित परिवारों से मिले, ‘2 मिनट भी न रुके’

वीडियो: उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद ज़िले में डेंगू और वायरल बुखार से लगातार बच्चों की मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. क़रीब 100 बच्चों की मौत हो जाने के बाद भी सरकार की लापरवाही इतनी है कि अस्पताल में एक बेड पर 3 से 4 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.

डेंगू प्रभावित फ़िरोज़ाबाद के स्वास्थ्य अधिकारी निलंबित, आठ झोलाछाप डॉक्‍टरों के क्‍लीनिक सील

फ़िरोज़ाबाद जिला बीते कई हफ्तों से डेंगू और घातक वायरल बुखार के प्रकोप से जूझ रहा है. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार जिले में अभी तक 57 लोगों की मौत हुई है जिसमें अधिकतर बच्चे हैं. हालांकि बीते तीन सितंबर को सदर विधायक मनीष असीजा ने बुखार और डेंगू से अब तक 61 लोगों की मौत होने का दावा किया था. 

उत्तर प्रदेश: फ़िरोज़ाबाद में वायरल बुखार और डेंगू से 50 लोगों की मौत

फ़िरोज़ाबाद सदर से भाजपा विधायक मनीष असीजा का दावा है कि मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गई हैं. वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि फ़िरोज़ाबाद जनपद में 10 क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां वायरल बुखार और डेंगू का प्रकोप है, जिनमें नौ ब्लॉक व एक नगर निगम क्षेत्र है. कुल 3,719 रोगियों का इलाज चल रहा है और बुखार से पीड़ित कुल मरीज़ों की तादाद 2,533 है.

यूपी: फिरोज़ाबाद में डेंगू जैसे बुखार से कई बच्चों समेत 40 से अधिक की मौत, सीएमओ का तबादला

फिरोज़ाबाद मेडिकल कॉलेज में मंगलवार शाम तक 210 बच्चों को भर्ती कराया गया था. बीते एक हफ्ते में डेंगू जैसे संदिग्ध बुखार से दम तोड़ने वालों में बत्तीस बच्चे शामिल हैं. अधिकारियों का कहना है कि मौत का प्राथमिक कारण डेंगू लग रहा है पर साथ ही अन्य कारणों का भी पता लगाया जा रहा है.

मध्य प्रदेशः शहडोल ज़िला अस्पताल में आठ नवजात बच्चों की मौत, जांच के आदेश

मध्य प्रदेश के शहडोल ज़िला अस्पताल का मामला. ये मौतें 27 से 30 नवंबर के बीच हुई हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जांच में अस्पताल का कोई डॉक्टर या स्टाफ दोषी पाया जाता है तो उसे दंडित किया जाएगा.

बिहार: नहीं मिली सरकारी एम्बुलेंस, अस्पताल से बच्चे का शव कंधे पर लेकर गए पिता

मामला बिहार के नालंदा जिला का है. आठ वर्षीय बच्चे के पिता का आरोप है कि वह अपने मृत बच्चे को ले जाने के लिए एम्बुलेंस के लिए अस्पताल में चक्कर लगाते रहे लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराए जाने पर उन्हें मजबूरन अपने बेटे का शव कंधे पर लादकर घर ले जाना पड़ा.

चमकी बुखार: अगर नीतीश सरकार ने समय रहते तैयारी की होती, तो बच्चों की जानें बच सकती थीं

ग्राउंड रिपोर्ट: मुज़फ़्फ़रपुर और आस-पास के जिलों में चमकी बुखार का प्रकोप अप्रैल से शुरू होता है और जून के महीने तक मानसून आने तक बना रहता है. इस लिहाज़ से लोगों को जागरूक करने के लिए और अन्य आवश्यक तैयारियां जनवरी माह से शुरू हो जानी चाहिए थीं लेकिन गांवों में जाने पर जागरूकता अभियान के कोई चिह्न दिखाई नहीं देते.

साल दर साल काल के गाल में समाते बच्चे और गाल बजाते नेता

सोमवार को मुज़फ़्फ़रपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कई योजनाओं की घोषणा की, तो उन्हें 2014 में की गई घोषणाओं के बारे में ध्यान दिलाया गया, जिस पर वह असहज हो गए. दरअसल वे पांच साल पूर्व की गई अपनी ही घोषणाएं फिर से दोहरा रहे थे जो अब तक या तो अमल में ही नहीं आ सकी हैं या आधी-अधूरी हैं.

फ़र्रुख़ाबाद ज़िला अस्पताल में आॅक्सीजन की कमी से एक महीने में 49 बच्चों की मौत

यूपी सरकार ने ज़िलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी तथा ज़िला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का किया तबादला.