उत्तर प्रदेश: योगी सरकार गायों को बचाने के लिए कितनी गंभीर है?

जो हिंदुत्ववादी संगठन गो-रक्षा के नाम पर निर्दोष लोगों से मारपीट करने पहुंच जाते हैं कभी सरकार से यह नहीं पूछते कि गोशालाओं के निर्माण को लेकर उसकी क्या योजना है? क्यों गो-आश्रय स्थल के निर्माण हेतु ग्राम पंचायतों को धन नहीं दिया जा रहा? क्यों चारे और उचित रखरखाव के अभाव में पशु जान गंवा रहे हैं?

त्रिपुरा: ज़ब्त की गईं करीब 45 गायों की गोशाला में मौत

बांग्लादेश में तस्करी की जा रहीं इन गायों को बीएसएफ ने ज़ब्त किया था. गोशाला की प्रभारी जोशीन एंटनी ने कहा कि गोशाला में कम से कम 700 गाय हैं. हम गायों की जिम्मेदारी लेते हैं, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से हमें कोई सहायता नहीं मिली है.

गाय का नाम जपने वाली योगी सरकार में गायों का हाल बुरा क्यों है?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह ज़िले गोरखपुर के बांसगांव और पड़ोसी ज़िले महराजगंज के मधवलिया गोसदन में बड़ी संख्या में गोवंशीय पशुओं की मौत हुई है.

जयपुरः हिंगोनिया गोशाला में चारा ख़त्म, सैंकड़ों गायों की कथित तौर पर भूख से मौत

गायों की मौत के संबंध में दो लोगों को निलंबित किया गया. अक्षयपात्र फाउंडेशन करता है हिंगोनिया गोशाला का संचालन. भाजपा पार्षदों ने मांग की है कि गायों की मौत के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर गोहत्या का मामला दर्ज किया जाए.

मध्य प्रदेश: चारे के लिए मिले 35 लाख, फिर भी सड़ा चारा खाने से 15 दिन में 300 गायों की मौत

देश के पहले गोअभयारण्य, जिसकी नींव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रखी थी, में सड़ा चारा खाने से हर रोज़ 10 से 20 गाय की मौत हो रही है.