विज्ञान की एक प्रमुख पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट बताती है कि भारत में आईआईटी-आईआईएस समेत विज्ञान क्षेत्र के प्रतिष्ठित संस्थानों में फैकल्टी पदों को भरने के लिए आरक्षण नियमों का पालन नहीं हो रहा है. वहीं, इन संस्थानों के विभिन्न पाठ्यक्रमों में भी दलित और आदिवासी छात्रों का प्रतिनिधित्व कम है.
एम्स ऋषिकेश में होने वाले और विज्ञान एवं तकनीक विभाग द्वारा फंड किए गए इस अध्ययन में हल्के लक्षणों वाले कोरोना मरीज़ों पर प्राणायाम के प्रभावों का मूल्यांकन भी किया जाएगा.
सरकार के विज्ञान एवं तकनीकि विभाग द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति ने ये निष्कर्ष निकाला है. समिति के अध्यक्ष ने कहा है कि महामारी अपने चरम को पार कर चुकी है, लेकिन बहुत खुश होने की बात नहीं है, क्योंकि संक्रमण में गिरावट तब तक है, जब तक कि हम सुरक्षा मानकों का पालन करेंगे.
तांत्रिकों के सान्निध्य में मंत्रियों का जाना और पाप-पुण्य के फेर में पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाना अंधश्रद्धा पर सरकारी मुहर लगाना है.