गाज़ा में युद्धविराम पर यूएन प्रस्ताव का मोदी सरकार द्वारा समर्थन न करने की विपक्ष ने निंदा की

संयुक्त राष्ट्र महासभा में लाए प्रस्ताव में गाज़ा में मानवीय आधार पर संघर्ष विराम का आह्वान करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के महत्व पर ज़ोर दिया गया था. इसमें बंधक बनाए गए सभी नागरिकों की बिना शर्त रिहाई और गाज़ा को ज़रूरी रसद सामग्री की निर्बाध आपूर्ति का आग्रह किया था. भारत प्रस्ताव पर वोटिंग में शामिल नहीं हुआ था.

मालदीव: नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने भारतीय सैनिकों को देश से हटाने को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया

मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने कहा कि वे पद संभालने के हफ्तेभर में ही देश में तैनात भारत के सैनिकों को हटाना चाहेंगे. उन्होंने जोड़ा कि अगर मालदीव की सीमा में विदेशी सैनिक तैनात होते हैं तो उसकी स्वतंत्रता को लेकर गंभीर संदेह होता है. मुइज़्ज़ू 17 नवंबर को पद भार ग्रहण करेंगे.

मोदी के पीएम बनने के बाद जादू हुआ कि अडानी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख़्स बन गए: राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अडानी समूह से जुड़े मामले का हवाला देते हुए लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस सरकार के दौरान नियम बदलकर हवाई अड्डों के ठेके अडानी समूह को दिए गए तथा प्रधानमंत्री के विदेश दौरों के बाद दूसरे देशों में भी इस उद्योगपति को कई व्यावसायिक ठेके मिले.

क्या इज़राइली यहूदीवाद और भारतीय हिंदुत्व में कोई अंतर नहीं रह गया है

शुरुआत में भारत ने नव-उपनिवेशवाद और इज़राइल द्वारा फ़िलिस्तीनी ज़मीन के अतिक्रमण की मुखर तौर पर निंदा की, लेकिन यह विरोध धीरे-धीरे कम हो गया. भारत का रुख कमज़ोर हुआ क्योंकि इज़राइल के साथ आर्थिक और सैन्य संबंध जुड़ गए. अब ये रिश्ते हिंदुत्व व यहूदीवाद की लगभग समान विचारधारा पर फल-फूल रहे हैं.

जन गण मन की बात, एपिसोड 266: मोदी की विदेश नीति और सत्ता का केंद्रीकरण

जन गण मन की बात की 266वीं कड़ी में विनोद दुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति और मोदी सरकार में सत्ता के केंद्रीकरण पर चर्चा कर रहे हैं.

क्या फिलिस्तीन को लेकर भारत अपनी ही बातों से पीछे हट गया है?

फिलिस्तान पर मोदी सरकार के बदले रुख़ का अर्थ यह है कि इज़रायल के फिलिस्तीनी ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़े को लेकर भारत का रवैया नरम हो गया है.

मोदी के अमेरिका दौरे से देश को क्या हासिल हुआ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया अमेरिका दौरे से देश को क्या कोई फायदा होगा? द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन से मीनाक्षी तिवारी की बातचीत.