मामला जूनागढ़ के गिर जंगल का है, जहां आठ नवंबर को देवलिया रेंज के एक गांव में एक अवैध कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें गाय को शेर के सामने चारे के रूप में बांधा गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें शेर को खंबे से बंधी गाय को मारकर खाते देखा जा सकता है.
गुजरात द्वारा उठाई गईं आपत्तियों और पर्यावरण मंत्रालय व मध्य प्रदेश वन विभाग के पीछे हटने की वजह से सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को लागू नहीं किया जा सका. मध्य प्रदेश में शेरों को लाने के लिए हुआ प्रदर्शन.
गुजरात के गिर अभयारण्य में बीते 3 हफ़्तों में 23 शेरों की मौत हो चुकी है. गुजरात सरकार का कहना है कि इसके लिए कैनाइन डिस्टेम्पर वायरस और प्रोटोजोआ का संक्रमण ज़िम्मेदार है.