सार्वजनिक पुस्तकालयों का अंत: क्या मोदी सत्ता असफल नाज़ी प्रयोग के अमल की फ़िराक़ में है?

विगत कुछ सालों से कोशिश चल रही है कि ऐसे नैरेटिव को वैधता मिले जो हिंदुत्व के नज़रिये के अनुकूल हो, लेकिन जगह-जगह उसे चुनौती भी मिल रही है. शायद इस पृष्ठभूमि में संघ-भाजपा को मुफ़ीद लग रहा है कि वे सार्वजनिक पुस्तकालयों पर क़ब्ज़ा क़ायम करें और अपनी एकांगी समझदारी के पक्ष में जनमत तैयार करें.

पाठ्यपुस्तकों में बदलाव: ‘संघ स्कूल से ही बच्चों के दिमाग में अपना एजेंडा फिट करना चाहता है’

ऑडियो: एनसीईआरटी द्वारा स्कूली पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलाव को लेकर वरिष्ठ इतिहासकार मृदुला मुखर्जी ने कहा कि हिंदुत्ववादी सरकार ने विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे लोगों को नियुक्त किया है, जो इसकी विचारधारा का एजेंडा आगे बढ़ा सकें.

जन गण मन की बात, ​एपिसोड 96: चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामला और किताबों से गायब मुगल

जन गण मन की बात की 96वीं कड़ी में विनोद दुआ चंडीगढ़ में छेड़छाड़ की​ शिकार वर्णिका कुंडू और महाराष्ट्र में इतिहास की किताबों से मुगलों के बारे में जानकारी हटाने पर चर्चा कर रहे हैं.