क्रिकेट विश्वकप में घरेलू टीम को मिलने वाले फायदों के बारे में बहुत कुछ कहा गया है- भारतीयों को पूरा समर्थन देने वाले 1,00,000 से अधिक प्रशंसक मनोबल बढ़ाने वाले हो सकते हैं, लेकिन यह एक तरह का दबाव भी है.
ख़ुद को सहारा इंडिया परिवार का मुख्य संरक्षक कहने वाले सुब्रत रॉय का लंबी बीमारी के बाद मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. वे 75 वर्ष के थे.
विशेष: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर सलीम दुर्रानी की सरलता ऐसी थी कि आउट होने पर बिना अंपायर की तरफ देखे पवेलियन की तरफ़ चल देते थे. इसे लेकर कहा करते थे कि जब हमें पता लग गया है कि आउट हो गए हैं तो फिर किसी के फैसले का इंतज़ार क्यों करना.
वीडियो: अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मैच से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ अपने नाम वाले स्टेडियम पहुंचे थे. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1,30,000 की क्षमता वाले स्टेडियम में मैच के पहले दिन के 80,000 टिकट भाजपा द्वारा ख़रीदे गए थे.
अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मैच से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ अपने नाम वाले स्टेडियम का चक्कर काटा, जहां बीसीसीआई सचिव जय शाह ने मोदी को उन्हीं की तस्वीर भेंट की. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1,30,000 की क्षमता वाले स्टेडियम में मैच के पहले दिन के 80,000 टिकट भाजपा द्वारा खरीदे गए थे.
भारतीय महिला क्रिकेट की तेज गेंदबाज़ झूलन गोस्वामी ने वर्ष 2002 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क़दम रखा था. उनके दो दशक लंबे करिअर में वे विश्व की सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वाली महिला खिलाड़ी रहीं.
रविवार को एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच में भारतीय बॉलर अर्शदीप सिंह से एक कैच छूट गया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफ़ी आलोचना हुई. इसके बाद उनके विकीपीडिया पेज पर दी गई जानकारी से छेड़छाड़ कर उन्हें ख़ालिस्तानी आंदोलन से जोड़कर दिखाया गया था.
पिछले साल अक्टूबर में टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत की हार हो गई थी. आरोप है कि आगरा के राजा बलवंत सिंह मैनेजमेंट टेक्निकल कैंपस में पढ़ रहे तीनों कश्मीरी छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी की थी. उनके ख़िलाफ़ राष्ट्रद्रोह, साइबर आतंकवाद और सामाजिक द्वेष फैलाने की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हुआ था. तब से वे जेल में बंद हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध एक निजी कॉलेज के तीन कश्मीरी छात्रों को 24 अक्टूबर को टी-20 क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान से भारत की हार के बाद जीत का जश्न मनाने के आरोप में जेल में डाल दिया गया था. इन छात्रों के परिवार अभी तक न्याय की गुहार लगा रहे हैं और इंतज़ार कर रहें हैं कि उन्हें आख़िर कब रिहा किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध एक निजी कॉलेज के तीन छात्रों को 24 अक्टूबर को पाकिस्तान द्वारा टी-20 क्रिकेट विश्व कप में भारत को हराने के चार दिन बाद जेल में डाल दिया गया था. इनकी ज़मानत याचिकाओं पर सुनवाई नहीं होने से इनके परिवार निराश हैं.
बीते अक्टूबर माह में टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के दौरान भारत पर पाकिस्तान की जीत के बाद कथित तौर पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने के लिए देशद्रोह के आरोप में गिरफ़्तार कश्मीर के तीनों छात्रों का कहना है कि आगरा में वकीलों ने अदालत में उनकी पैरवी करने से मना कर दिया है, जिसकी वजह से उन्हें सीधे हाईकोर्ट का रुख़ करना पड़ा है.
भारतीय क्रिकेट टीम के एकमात्र मुस्लिम खिलाड़ी के समर्थन में साथी खिलाड़ियों के वक्तव्यों की एक सीमा थी, वे उन्हें इस प्रसंग को भूल जाने और अगले मैच में अपनी कला का जौहर दिखाने के लिए ललकार रहे थे, पर किसी ने भी इस पर मुंह नहीं खोला कि पूरे मुल्क में एक समुदाय के ख़िलाफ़ किस तरह ज़हर फैलाया जा रहा है, जिसके निशाने पर अब कोई भी आ सकता है.
उत्तर प्रदेश के आगरा में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे कश्मीर के तीन छात्रों को बीते 24 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच में पाक की जीत पर जश्न मनाने के आरोप में राजद्रोह से संबंधित धाराओं में गिरफ़्तार किया गया है. तीनों छात्र ग़रीब परिवारों से हैं और प्रधानमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना के तहत पढ़ रहे हैं. उनके परिजनों ने उन्हें माफ़ करने की अपील सरकार से की है.
देश में भारत-पाकिस्तान का क्रिकेट मैच महज़ एक खेल की तरह नहीं, एक जंग की तरह देखा जाता है और खेलभावना को बाहर कर इसे अहं की लड़ाई बना दिया जाता है. इस बार जब भारत की हार हुई तो सोशल मीडिया पर इसका ठीकरा भारतीय टीम के सदस्य मोहम्मद शमी पर फोड़ा जाने लगा और पाकिस्तान की जीत पर कथित तौर पर 'खुश' होने के लिए कश्मीरी छात्रों को पीटे जाने की ख़बर आई.
विशेष रिपोर्ट: महिला क्रिकेट की कम लोकप्रियता के लिए हमेशा व्यूअरशिप यानी उसे कम देखे जाने को ज़िम्मेदार बताया जाता है. इसके बावजूद भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पहली बार हो रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के दिनों में ही बीसीसीआई ने आईपीएल मैच रखे हैं. आंकड़े दिखाते हैं कि बीसीसीआई में महिला क्रिकेट का विलय होने के बाद से टीम को न सिर्फ खेलने के कम मौके मिले, बल्कि उनके मैच भी ऐसे दिन हुए जब पुरुष टीम भी अंतरराष्ट्रीय