आज के भारत में ख़ासकर हिंदुओं के लिए ज़रूरी है कि वे ग़ैर हिंदुओं के धर्म, ग्रंथों, व्यक्तित्वों, उनके धार्मिक आचार-व्यवहार को जानें. मुसलमान, ईसाई, सिख या आदिवासी तो हिंदू धर्म के बारे में काफ़ी कुछ जानते हैं लेकिन हिंदू प्रायः इस मामले में सिफ़र होते हैं. बहुत से लोग मोहर्रम पर भी मुबारकबाद दे डालते हैं. ईस्टर और बड़ा दिन में क्या अंतर है? आदिवासी विश्वासों के बारे में तो हमें कुछ नहीं मालूम.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि क़ानून के विद्यार्थियों को पढ़ाई जा रही इस किताब में हिंदू समुदाय और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ख़िलाफ़ बेहद आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं, जिनसे धार्मिक कट्टरता को बल मिलता है. एफ़आईआर किताब की लेखक डॉ. फ़रहत ख़ान, प्रकाशक अमर लॉ पब्लिकेशन, प्रिंसिपल डॉ. इनामुर्रहमान और संस्थान के प्रोफेसर मिर्ज़ा मोजिज बेग के ख़िलाफ़ दर्ज की गई है.
मामला इंदौर के शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय का है. एबीवीपी ने हंगामा करते हुए दावा किया था कि महाविद्यालय में कुछ शिक्षक विद्यार्थियों के बीच कट्टरता, लव जिहाद और देश के संबंध में नकारात्मक बातों को बढ़ावा दे रहे हैं. इसके बाद कॉलेज द्वारा अस्थायी तौर पर हटाए गए छह अध्यापकों में से चार मुस्लिम हैं.
इंदौर की एक अदालत ने साल 2009 में एक चालीस वर्षीय व्यक्ति को चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी. दोषी ने इसके ख़िलाफ़ हाईकोर्ट का रुख़ किया था, जिसने उनके कृत्य को 'दानवीय' बताया और सज़ा की अवधि घटाकर बीस वर्ष कर दी.
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर के महापौर रहते के दौरान नगर निगम द्वारा अपात्रों, काल्पनिक नाम वाले लोगों और मृतकों तक को पेंशन का बेजा लाभ दिए जाने से सरकारी ख़जाने को 33 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
प्रदेश में स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा चलाए जा रहे बुलडोज़र अभियानों के ख़िलाफ़ मुखर कार्यकर्ता जै़द पठान को खरगोन में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत गिरफ़्तार किया गया है. उन पर समुदायों के बीच नफ़रत फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने और सोशल मीडिया मंचों पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप लगाए गए हैं.
उदयपुर हत्याकांड के विरोध में मध्य प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत अन्य दक्षिणपंथी समूहों ने प्रदर्शन किए, जिनमें मुसलमानों के ख़िलाफ़ न सिर्फ भड़काऊ नारे लगाए गए बल्कि उनके ख़िलाफ़ हिंसा का भी आह्वान किया गया.
मामला इंदौर के विजयनगर थाने का है. एमकॉम के एक छात्र का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी डीज़ल की अवैध बिक्री के संदेह में उन्हें थाने ले गए और थाना प्रभारी के कक्ष में प्लास्टिक के पाइप से घंटों तक पीटा. छात्र के पिता का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने बेटे को छोड़ने के बदले उनसे 50 हज़ार रुपये मांगे और बाद में तीस हज़ार रुपये लेकर छोड़ा.
मध्य प्रदेश में इंदौर शहर के विजय नगर क्षेत्र में घनी आबादी वाली स्वर्ण बाग कॉलोनी की एक रिहायशी इमारत हुआ हादसा. रहवासियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए गए, इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद पहुंची.
इंदौर में एक निजी मेडिकल कॉलेज के 21 वर्षीय एमबीबीएस छात्र चेतन पाटीदार का शव छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका हुआ पाया गया. परिजनों ने आरोप लगाया है कि सीनियर छात्र काफी समय से चेतन की रैगिंग कर उसे परेशान कर रहे थे, जिसकी शिकायत उसने कॉलेज अधिकारियों से भी की थी.
मध्य प्रदेश के इंदौर में यह व्याख्यान होना था, जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ लेखक अशोक कुमार पांडेय और लेखक तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शम्सुल इस्लाम को शामिल होना था. शम्सुल इस्लाम ने कहा कि आयोजन नहीं करने दिया गया, क्योंकि सच और स्वतंत्र विचारों को एक ख़ास विचारधारा के लाभ के लिए वे रोकना चाहते हैं.
इंदौर स्थित शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय का मामला है. एक युवक की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम के विवाद में करीब 50 लोगों के उग्र समूह ने अस्पताल के डॉक्टरों समेत 10 लोगों को पीटा और अस्पताल में तोड़फोड़ किया. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के हीरानगर इलाके का मामला. जानकारी के अनुसार, एक शराबी द्वारा हंगामा मचाने की सूचना पर पहुंचे तीन पुलिसकर्मियों ने जब शराबी को हटाने की कोशिश की तो वह उन्हीं से उलझ पड़ा. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे लात-घूंसों से पीटा. तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर ज़िले के पेड़मी गांव का मामला है. इस संबंध में की गई शिकायत में कहा है कि गोशाला के पास खुले मैदान में क़रीब 150 गायों के अवशेष तथा कंकाल पड़े देखे गए, जिन्हें कुत्तों और गिद्धों द्वारा नोंचकर खाया जा रहा था. बीते जनवरी माह में राजधानी भोपाल के बैरसिया क़स्बे में स्थित एक गोशाला में भी बड़ी संख्या में गायों की मौत का मामला सामने आया था.
इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रावास के एक ब्लॉक से डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम मिटाए जाने का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. भीम आर्मी और अन्य संगठनों के नेताओं ने आंबेडकर का नाम दोबारा लिखवा दिया है.